कानपुर के राजकीय बालिका इंटर कॉलेज (जीजीआईसी) चुन्नीगंज ने मिशन शक्ति के तहत कक्षा 9 से 12 की छात्राओं के लिए मुफ्त मिड-डे-मील योजना की शुरुआत कर इतिहास रच दिया है। इस पहल का उद्देश्य छात्राओं की शिक्षा और पोषण में सुधार करना है। कार्यक्रम में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने छात्राओं के साथ बैठकर भोजन किया और अपने बर्तन स्वयं धोकर छात्राओं को आत्मनिर्भर बनने का संदेश दिया।
जीजीआईसी चुन्नीगंज में कुल 456 छात्राओं को इस योजना के तहत प्रतिदिन पौष्टिक भोजन मिलेगा। इससे पहले मिड-डे-मील योजना केवल कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के लिए लागू थी। इस योजना में इस्कॉन कानपुर और अचिन्त्य फाउंडेशन ने सहयोग प्रदान किया है। इस्कॉन के प्रभु अमृतेश कृष्ण दास ने बताया कि उनका लक्ष्य समाज को भूखमुक्त करना है और वे जिला प्रशासन के साथ इस योजना को सफल बनाने के लिए तैयार हैं। अचिन्त्य फाउंडेशन के अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि इस योजना पर प्रति वर्ष लगभग 20 लाख रुपये खर्च आएंगे, जिसे समाजसेवी सहयोग से वहन किया जाएगा।
विद्यालय की प्रिंसिपल मंगलम गुप्ता ने बताया कि कक्षा 6 से 8 की छात्राओं की उपस्थिति 80 प्रतिशत से अधिक है, जबकि कक्षा 9 से 12 की छात्राओं की उपस्थिति लगभग 50 प्रतिशत थी। उन्हें उम्मीद है कि इस योजना से उच्च कक्षाओं की छात्राओं की उपस्थिति में सुधार होगा।
भोजन के मेन्यू में सप्ताह के प्रत्येक दिन विभिन्न व्यंजन शामिल हैं। सोमवार को कढ़ी पकोड़ा, आलू-परवल, चावल और रोटी, मंगलवार को चावल, मूंग दाल, रोटी और सोया आलू, बुधवार को चावल, अरहर दाल, रोटी और चना आलू, गुरुवार को चावल, मूंग दाल छिलका, रोटी और आलू सीताफल, शुक्रवार को चावल, रोटी, छोला और हलवा, शनिवार को चावल, राजमा, मिक्स सब्जी और रोटी परोसी जाएगी।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर छात्राओं को स्कूली ड्रेस और जूते भी वितरित किए। यह पहल न केवल छात्राओं के स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देगी, बल्कि अन्य विद्यालयों के लिए भी एक प्रेरणा बनेगी। सामाजिक और प्रशासनिक सहयोग से यह मॉडल प्रदेश में उच्च कक्षाओं तक मिड-डे-मील की संभावनाओं को खोलता है और यदि सफल रहा तो इसे कानपुर के अन्य विद्यालयों में भी लागू किया जा सकता है।