खेल संचालनालय में प्रदर्शन के आरोप पर युवा कांग्रेसियों पर FIR दर्ज

रायपुर में खेल संचालनालय के बाहर प्रदर्शन करने वाले युवा कांग्रेस और NSUI कार्यकर्ताओं के खिलाफ सरस्वती नगर पुलिस ने FIR दर्ज की है। शुक्रवार को युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव भावेश शुक्ला अपने साथियों के साथ खेल संचालनालय कार्यालय पहुंचे और विभागीय भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध जताया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने महिला अधिकारी से सवाल किए, जिसके बाद अधिकारी नंगे पैर अपने चेंबर से रवाना हो गईं। इस घटना की शिकायत पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) अध्यक्ष दीपक बैज ने इस कार्रवाई की निंदा की और कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं ने किसी भी तरह का गलत व्यवहार नहीं किया। उनका कहना था कि अगर अधिकारी पद का दुरुपयोग कर रहे हैं तो उनके खिलाफ आवाज उठाना अपराध नहीं है। बैज ने आरोप लगाया कि इस सरकार में बस्तर ओलिंपिक के नाम पर भ्रष्टाचार हो रहा है और प्रदर्शन करने वाले कार्यकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज करना गलत है।

युवा कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि खेल विभाग बालोद जिले के भाजपा पदाधिकारियों के प्रभाव में है और विभाग में मनमानी की जा रही है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अधिकारी और भाजपा नेता पसंदीदा वेंडरों को फायदा पहुंचा रहे हैं और कर्मचारियों को मनमानी आदेश दिए जा रहे हैं।

इसके अलावा, युवा कांग्रेस ने महिला अफसर को बर्खास्त करने और विभागीय अधिकारियों तथा भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनके आरोपों की जांच नहीं हुई और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वे पुनः प्रदर्शन करेंगे।

FIR के बाद भावेश शुक्ला को पुलिस ने हिरासत में लिया। प्रशासन ने कहा कि मामला गंभीर है और जांच की जा रही है। इस घटना ने यह सवाल उठाया है कि सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार और मनमानी के खिलाफ आवाज उठाने पर किस तरह की कार्रवाई की जाती है।

युवा कांग्रेस का कहना है कि वे अपने प्रदर्शन और आरोपों के पीछे पूरी तरह खड़े हैं और न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा। इस घटना ने प्रशासन और राजनीति में संतुलन बनाए रखने की चुनौती को भी सामने रखा है।

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