छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में दर्दनाक हादसा सामने आया है। रतनपुर थाना क्षेत्र के खाल्हेपारा में खेलते समय डेढ़ साल के मासूम शिवांश पोर्ते की गले में चना फंस जाने से मौत हो गई। बच्चा घर में खेलते-खेलते चना निगल गया, जो उसकी सांस नली में अटक गया। अचानक सांस रुकने से बच्चा छटपटाने लगा और रोने लगा। घबराए परिजन उसे तत्काल स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने बताया कि चना गले की सांस नली में फंस गया था, जिससे इलाज शुरू करने से पहले ही मासूम ने दम तोड़ दिया।
बच्चे का परिवार मूल रूप से कोरबा जिले के पाली का रहने वाला है और फिलहाल रतनपुर के पास एक फार्महाउस में रह रहा था। मंगलवार को हादसा उस समय हुआ जब शिवांश घर के आंगन में खेल रहा था। चना निगलते ही उसकी सांसें रुकने लगीं। परिजन उसे लेकर भागे-भागे स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
डॉक्टरों का कहना है कि ऐसे मामलों में सांस नली में भोजन या कोई वस्तु फंस जाने पर बच्चे को तुरंत प्राथमिक चिकित्सा मिलना बेहद जरूरी होता है। समय पर रेस्क्यू हो जाता तो जान बच सकती थी। इस मामले में रतनपुर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे बच्चों को खिलाते या खेलते समय उन पर लगातार नजर रखना बेहद जरूरी है। अक्सर बच्चे खेल-खेल में छोटे दाने, सिक्के या अन्य वस्तुएं मुंह में डाल लेते हैं, जो सीधे सांस नली में फंस सकते हैं और जानलेवा साबित होते हैं। इस घटना ने एक बार फिर पेरेंट्स को सतर्क रहने की सीख दी है।
गौर करने वाली बात यह है कि करीब एक महीने पहले ही कोरबा जिले में भी ऐसा ही हादसा हुआ था, जहां गले में चना फंसने से दो साल के मासूम की मौत हो गई थी। उस मामले में परिवार ने समय पर इलाज न मिलने का आरोप लगाया था। लगातार सामने आ रही ऐसी घटनाएं चेतावनी हैं कि बच्चों की सुरक्षा के प्रति जरा सी लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है।