उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित ताजमहल 2024-25 में पर्यटकों की पहली पसंद बनकर उभरा है। केंद्र सरकार द्वारा जारी ‘इंडिया टूरिज्म डेटा कम्पेंडियम 2025’ के अनुसार, जिन एएसआई संरक्षित इमारतों को देखने के लिए टिकट लिया जाता है, उनमें ताजमहल ने सबसे अधिक विज़िट दर्ज की। इस दौरान कुल 62.6 लाख भारतीय और 6.45 लाख विदेशी पर्यटकों ने इस अद्भुत स्मारक का दीदार किया।
रिपोर्ट में बताया गया है कि घरेलू पर्यटकों के लिए कोणार्क का सूर्य मंदिर 35.7 लाख और दिल्ली का कुतुब मीनार 32 लाख विज़िट के साथ क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। विदेशी पर्यटकों में ताजमहल के बाद आगरा का किला और कुतुब मीनार दोनों ने 2.2 लाख विदेशी विज़िट रिकॉर्ड किए।
इस रिपोर्ट के अनुसार भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या 2024 में 9.95 मिलियन रही, जो 2023 के मुकाबले 4.52% अधिक है। वहीं NRI यात्रियों की संख्या भी बढ़ी है, 2024 में 10.62 मिलियन NRI भारत आए, जो पिछले साल की तुलना में 13.22% ज्यादा था। कुल अंतरराष्ट्रीय पर्यटक संख्या 20.57 मिलियन रही, जो पिछले साल की तुलना में 8.89% बढ़ी।
भारत से विदेश जाने वाले यात्रियों की संख्या भी बढ़कर 30.89 मिलियन हो गई। इनमें सबसे अधिक लोग संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब और अमेरिका गए। नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी ने बताया कि पर्यटन केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि आर्थिक विकास, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक समावेशन का भी महत्वपूर्ण साधन है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि भारत में पर्यटन उद्योग ने 2023-24 में लगभग 84.63 मिलियन रोजगार सृजित किए और इसका देश की जीडीपी में योगदान 5.22% रहा। इस डेटा से यह स्पष्ट होता है कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल न केवल सांस्कृतिक धरोहर हैं बल्कि आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण हैं।
ताजमहल की लोकप्रियता में निरंतर वृद्धि दर्शाती है कि भारत का पर्यटन उद्योग तेजी से बढ़ रहा है और ऐतिहासिक स्थलों पर बढ़ती भीड़ से सुरक्षा और प्रबंधन के महत्व पर भी ध्यान देना आवश्यक है।