नेपाल में जारी हिंसक प्रदर्शनों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री झला नाथ खानल की पत्नी रजालक्ष्मी की मौत ने राजनीतिक माहौल को और भी तनावपूर्ण बना दिया है। काठमांडू में प्रदर्शनकारियों ने उनके घर में घुसकर उन्हें बुरी तरह पीटा और बाद में घर में आग लगा दी, जिससे उनकी मौत हो गई।
रजालक्ष्मी चित्रकार, जो एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जानी जाती थीं, की हत्या ने पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ा दी है। उनके पति, झला नाथ खानल, जो नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके हैं, इस घटना से गहरे सदमे में हैं। उनका कहना है कि यह घटना न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार ने उनके अधिकारों का उल्लंघन किया है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। हालांकि, इस तरह की हिंसा की घटनाओं की निंदा की गई है, लेकिन सरकार और विपक्ष दोनों ही इस मुद्दे पर एकजुट नहीं दिख रहे हैं।
रजालक्ष्मी की हत्या ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नेपाल में राजनीतिक असहमति अब हिंसा का रूप ले चुकी है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस स्थिति को जल्द नहीं संभाला गया, तो देश में और भी गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात की है। हालांकि, जनता का विश्वास सरकार पर से उठ चुका है और वे अब सड़कों पर उतरकर अपने अधिकारों की मांग कर रहे हैं।
यह घटना नेपाल की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकती है, जहां नागरिकों की आवाज को सुनना और उनकी मांगों को समझना सरकार के लिए चुनौती बन गया है।