नवरात्रि में धार्मिक आयोजनों के लिए दिल्ली में लाउडस्पीकर की समय सीमा बढ़ी

दिल्ली सरकार ने नवरात्रि के दौरान धार्मिक आयोजनों में लाउडस्पीकर उपयोग की समय सीमा बढ़ाने का फैसला किया है। अब धार्मिक कार्यक्रम और भजन कीर्तन 12 बजे रात तक लाउडस्पीकर के माध्यम से चलाए जा सकते हैं। यह निर्णय शहरवासियों को त्योहार का आनंद लेने के साथ ही धार्मिक आयोजनों को समर्थन देने के लिए लिया गया है।

सरकारी आदेश के अनुसार, यह छूट विशेष रूप से नवरात्रि के नौ दिनों के लिए लागू होगी। इसके तहत मंदिरों, पंडालों और अन्य धार्मिक स्थल अपने कार्यक्रमों को निर्धारित समय से अधिक देर तक लाउडस्पीकर पर चला सकते हैं। इससे स्थानीय आयोजकों और भक्तों को त्योहार के दौरान ज्यादा सुविधा मिलेगी।

हालांकि, सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि लाउडस्पीकर का उपयोग करते समय आस-पास के निवासियों की सुविधा और शांति का ध्यान रखा जाए। कोई भी कार्यक्रम तय समय से अधिक शोर या असुविधा पैदा करने वाला नहीं होना चाहिए। इसके अलावा, आयोजकों को सुनिश्चित करना होगा कि सभी ध्वनि उपकरण कानूनी नियमों और मानकों के अनुसार संचालित हों।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह फैसला धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सवों को बढ़ावा देने के साथ ही लोगों के मनोबल और सामाजिक सामंजस्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। नवरात्रि के दौरान विभिन्न मंदिरों और पूजा स्थलों में भजन, कीर्तन और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें लाउडस्पीकर का उपयोग श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक होता है।

नगर निगम और पुलिस प्रशासन को आदेश दिए गए हैं कि वे समय-सीमा और ध्वनि स्तर पर नजर रखें। किसी भी उल्लंघन की स्थिति में कार्रवाई की जाएगी। वहीं, आम लोगों और आसपास के निवासियों से भी अपील की गई है कि वे त्योहार के आनंद में शामिल होने वाले आयोजनों में सहयोग करें और किसी भी असुविधा की स्थिति में प्रशासन को सूचित करें।

इस कदम से दिल्ली में नवरात्रि के दौरान धार्मिक उत्सवों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रौनक बढ़ने की उम्मीद है। सरकार का मानना है कि इससे धार्मिक आयोजनों को सुरक्षित और व्यवस्थित तरीके से सम्पन्न किया जा सकेगा।

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