बिहार की राजनीति इन दिनों गरमा गई है। दरअसल, दरभंगा में वोटर्स अधिकार यात्रा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की मां को लेकर अभद्र टिप्पणी की गई थी, जिसके बाद से विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। पीएम मोदी ने 2 सितंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधन करते हुए इस मुद्दे को उठाया और विपक्ष पर जमकर हमला बोला। भावुक होते हुए उन्होंने कहा कि उनकी मां का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था, फिर भी उनके लिए अपशब्द कहे गए, जिससे उन्हें गहरा दुख पहुंचा है।
इस बयान के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि किसी की मां को गाली देना गलत है और वे इसके पक्ष में नहीं हैं। हालांकि, उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि खुद मोदी भी अतीत में कई बार विवादित बयान दे चुके हैं। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि मोदी ने एक बार शशि थरूर की पत्नी को ‘50 करोड़ की गर्लफ्रेंड’ कहा था और बिहार की एक जनसभा में नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाया था।
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि विधानसभा के भीतर बीजेपी विधायकों ने उन्हें गाली दी थी और आरजेडी की प्रवक्ता के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया था। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि विदेश में तो वे ठहाके लगा रहे थे और अब देश में लौटकर रोने लगे हैं। तेजस्वी ने यह भी कहा कि बीजेपी के पास अब कोई ठोस मुद्दा नहीं है, इसलिए वह ऐसे मामलों को हवा देकर राजनीति करना चाहती है।
गौरतलब है कि इस विवादित बयान देने वाले शख्स का नाम मोहम्मद रिजवी उर्फ राजा है, जिसे पुलिस ने दरभंगा से गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, पीएम मोदी की मां को गाली देने के विरोध में एनडीए की महिला शाखा ने 4 सितंबर को बिहार बंद का आह्वान किया है। यह बंद सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक प्रभावी रहेगा।
यह पूरा मामला बिहार चुनावी सियासत में नया मोड़ ले आया है। जहां पीएम मोदी इसे भावनाओं से जोड़कर जनता के बीच ले जा रहे हैं, वहीं विपक्षी दल इस पर पलटवार कर इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश में जुटे हैं।