मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में तेंदुए के हमले से एक और मासूम की जान चली गई। राजपुर सब डिवीजन के किरता फलियां गांव में शनिवार शाम करीब साढ़े सात बजे तेंदुआ 8 साल की गीता पर झपटा। बच्ची की मां के सामने उसने गीता की गर्दन दबोच ली और खेत से घसीटकर ले गया। शोर मचाने पर ग्रामीण दौड़े तो तेंदुआ बच्ची को छोड़कर भाग निकला।
बच्ची को तुरंत राजपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जांच में सामने आया कि तेंदुए ने गीता की गर्दन पर दोनों तरफ से गहरे घाव किए थे।
यह घटना पिछले 35 दिनों में तेंदुए के हमले से दूसरी मौत है। इससे पहले 16 अगस्त को इंद्ररपुर गांव में 8 साल के सुभाष की जान गई थी। वहीं 1 सितंबर को चंदूबाई (35) घायल हुई थीं। इंद्ररपुर और किरता फलियां के बीच महज चार किलोमीटर की दूरी है, जिससे वन विभाग पर सुरक्षा इंतजाम न करने के सवाल उठ रहे हैं।
डीएफओ आशीष बंसोड़ ने बताया कि इलाके में पिंजरे और ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं। वनकर्मियों को रात में गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं और एक विशेष बचाव दल बुलाया गया है। ग्रामीणों को सख्त हिदायत दी गई है कि रात में घरों से बाहर न निकलें।
घटना के बाद अस्पताल में भीड़ जुट गई और गांव में मातम छा गया। मजदूरी करने वाले बच्ची के माता-पिता पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि बार-बार हमलों के बावजूद वन विभाग की कार्रवाई नाकाफी साबित हो रही है। लगातार घटनाओं ने गांव वालों में दहशत फैला दी है और लोग अब बच्चों को घर से बाहर भेजने में भी डर रहे हैं।