बिलासपुर के रेलवे मार्गों पर हाल ही में हुए आंदोलन और तीसरी लाइन की कमीशनिंग के काम के कारण कई ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ है। धनबाद मंडल के पारसनाथ, छपरा और प्रधानखंटा क्षेत्रों के साथ-साथ दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर और खड़गपुर रेल मंडलों में ट्रेन सेवाओं में बाधा आई। इस वजह से यात्रियों को नए परिवर्तित मार्गों का उपयोग करना पड़ा।
19 सितंबर को पोरबंदर से रवाना हुई पोरबंदर-शालीमार एक्सप्रेस (12949) ईब-झारसुगुड़ा रोड-कटक-भद्रक-खड़गपुर मार्ग से शालीमार के लिए चली। इसी तरह सीएसएमटी-हावड़ा एक्सप्रेस (12809) भी इसी मार्ग से संचालित हुई। इसके अलावा एलटीटी-शालीमार (18029) और उदयपुर सिटी-शालीमार (20971) ट्रेनें भी परिवर्तित मार्ग से चलीं।
तीसरी लाइन की कमीशनिंग के लिए गोरखपुर-डोमिंगढ़ स्टेशन पर नॉन इंटरलॉकिंग कार्य किए जाने के कारण कई ट्रेनों को रद्द किया गया। इससे यात्रियों को यात्रा योजना बदलनी पड़ी।
रद्द होने वाली प्रमुख ट्रेनें इस प्रकार हैं: 24 सितंबर को दुर्ग से रवाना होने वाली गाड़ी संख्या 18201 दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस रद्द रहेगी। 25 सितंबर को दुर्ग से रवाना होने वाली गाड़ी संख्या 18205 दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस भी रद्द रहेगी। वहीं, 26 और 27 सितंबर को नौतनवा से रवाना होने वाली गाड़ी संख्या 18202 और 18206 नौतनवा-दुर्ग एक्सप्रेस रद्द रहेगी।
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपने यात्रा कार्यक्रम में परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए समय से पहले स्टेशन पहुंचें और परिवर्तित मार्गों की जानकारी प्राप्त करें। इससे यात्रियों को सुविधा होगी और भीड़भाड़ और अव्यवस्था से बचाव होगा।
रेलवे ने कहा कि आंदोलन और तीसरी लाइन कमीशनिंग का काम यात्रियों के लिए अस्थायी असुविधा पैदा कर रहा है, लेकिन इससे लंबी अवधि में सेवा बेहतर होगी। नई लाइन चालू होने के बाद ट्रेनों का संचालन और समय-सारिणी में सुधार होगा। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपने यात्रा संबंधी अपडेट नियमित रूप से रेलवे की आधिकारिक सूचना या स्टेशन पर उपलब्ध नोटिस बोर्ड से देखें।
इस तरह के कार्यों और आंदोलनों के कारण यात्रियों के लिए समय प्रबंधन महत्वपूर्ण हो गया है। रेलवे ने आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द सभी रद्द और परिवर्तित ट्रेन सेवाओं को नियमित मार्ग पर वापस लाया जाएगा।