बुलडोजर जजमेंट पर CJI गवई का बयान, बोले- जस्टिस विश्वनाथन का भी बड़ा योगदान

मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने हाल ही में आए ‘बुलडोजर जजमेंट’ पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे एक संतोषजनक निर्णय बताते हुए कहा कि यह सिर्फ उनका नहीं, बल्कि पूरी पीठ का सामूहिक प्रयास था। खासतौर पर उन्होंने जस्टिस विश्वनाथन का उल्लेख किया और कहा कि इस फैसले में उनका भी बड़ा योगदान रहा।

बॉम्बे हाईकोर्ट में आयोजित एक कार्यक्रम में वकीलों से बातचीत करते हुए सीजेआई गवई ने कहा कि न्यायपालिका की ताकत उसके सामूहिक दृष्टिकोण में है। उन्होंने कहा कि किसी भी बड़े फैसले के पीछे केवल एक जज का नाम नहीं होता, बल्कि पूरी टीम मिलकर निर्णय तक पहुंचती है।

‘बुलडोजर जजमेंट’ देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस फैसले में अदालत ने साफ कर दिया था कि अवैध निर्माण तोड़ने की कार्रवाई कानून के दायरे में रहकर ही की जानी चाहिए और यह सुनिश्चित होना चाहिए कि प्रभावित व्यक्ति को सुनवाई का पूरा मौका मिले। अदालत ने यह भी कहा कि न्याय व्यवस्था में जल्दबाजी और मनमानी का कोई स्थान नहीं है।

सीजेआई गवई ने कहा कि ऐसे मामलों में न्यायपालिका की भूमिका बेहद अहम हो जाती है क्योंकि यह सीधे नागरिकों के अधिकारों से जुड़ा होता है। उन्होंने याद दिलाया कि अदालत का काम केवल कानून लागू करना नहीं, बल्कि न्याय की रक्षा करना भी है।

कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ वकीलों ने भी इस फैसले की सराहना की और कहा कि इससे लोगों का विश्वास अदालतों पर और मजबूत हुआ है। उनका मानना है कि यह फैसला प्रशासन को भी एक स्पष्ट संदेश देता है कि किसी भी कार्रवाई में पारदर्शिता और न्यायसंगत प्रक्रिया का पालन अनिवार्य है।

इस चर्चा के दौरान सीजेआई गवई ने यह भी कहा कि न्यायपालिका को समय-समय पर ऐसे फैसले देने होते हैं जो आने वाली पीढ़ियों के लिए नजीर बनें। उन्होंने कहा कि यह फैसला न्यायिक संतुलन और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

फिलहाल, ‘बुलडोजर जजमेंट’ को लेकर राजनीतिक और सामाजिक बहस जारी है, लेकिन सीजेआई गवई का यह बयान साफ करता है कि अदालत इसे केवल एक कानूनी मुद्दे के रूप में नहीं, बल्कि संवैधानिक जिम्मेदारी के रूप में देखती है।

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