भोपाल के अशोका गार्डन क्षेत्र में 12 साल की छात्रा ने अपने ही घर में दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बच्ची की मौत की खबर से मोहल्ले में शोक का माहौल बन गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है और पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
जानकारी के अनुसार, मृतक छात्रा हाल ही में अपनी परीक्षा देकर घर लौटी थी। उसका बड़ा भाई जब घर पहुंचा तो उसने बच्ची को दुपट्टे से लटका पाया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि बच्ची ने यह कदम किस वजह से उठाया।
परिवार के अनुसार बच्ची पढ़ाई में अच्छी थी और नियमित रूप से स्कूल जाती थी। पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने बताया कि वह किसी से परेशानी या झगड़े में नहीं थी। इसके बावजूद अचानक हुई यह घटना पूरे इलाके में दहशत और चिंता का कारण बनी है।
पुलिस ने घर के सदस्यों से पूछताछ शुरू कर दी है और आसपास के लोगों से भी जानकारी ली जा रही है। जांच में यह देखने की कोशिश की जा रही है कि कहीं स्कूल, घर या दोस्तों के बीच किसी तरह की मानसिक दबाव या तनाव का असर तो नहीं था। पुलिस ने परिवार को मानसिक सहारा देने के लिए भी टीम भेजी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे बच्चों में तनाव और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। समय रहते माता-पिता और शिक्षक बच्चों की मानसिक स्थिति पर ध्यान दें और उन्हें सही मार्गदर्शन दें।
मोहल्ले में लोग बच्ची के अचानक निधन से स्तब्ध हैं। पुलिस ने परिवार को आश्वासन दिया है कि मामले की पूरी तरह जांच की जाएगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होने दी जाएगी।
इस घटना ने समाज में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञ और प्रशासन दोनों इस बात पर जोर दे रहे हैं कि बच्चों की भावनाओं और दबाव को समझना बेहद जरूरी है ताकि भविष्य में ऐसे दुखद घटनाओं को रोका जा सके।