मंदसौर: जिले में खरीफ फसलों के नुकसान के बाद किसानों को पर्याप्त मुआवजा न मिलने पर कांग्रेस ने सोमवार को ट्रैक्टर रैली निकालकर जोरदार विरोध किया। किसानों, कार्यकर्ताओं और नेताओं ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया और अपने हाथों में खराब फसल लेकर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताई। रैली के दौरान पुलिस ने कई रास्तों पर नाकेबंदी की और ट्रैक्टरों को शहर में प्रवेश नहीं दिया, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बेरिकेट तोड़कर विरोध जारी रखा।
किसान कांग्रेस ने खरीफ फसल, विशेषकर सोयाबीन, पीला मोजेक बीमारी और अतिवृष्टि से हुए नुकसान का उचित मुआवजा, रबी फसल की बुआई हेतु संसाधन और अन्य सहायता की मांग की। कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन की कार्रवाई को भेदभावपूर्ण बताया और आरोप लगाया कि भाजपा की ट्रैक्टर रैली को रोकने का प्रयास नहीं किया गया, जबकि किसानों के मुद्दों पर विपक्ष की रैली को रोकने की कोशिश की गई।
रैली में विधायक विपिन जैन, कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग जिलाध्यक्ष दीपकसिंह चौहान, किसान कांग्रेस जिलाध्यक्ष ललित चंदेल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष महेंद्रसिंह गुर्जर सहित अनेक नेता, कार्यकर्ता और किसान शामिल हुए। प्रशासन ने नक्षत्र गार्डन से कलेक्टर कार्यालय तक बेरिकेट लगाकर रैली को रोकने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने इसे तोड़कर रैली को कलेक्टर कार्यालय तक पहुंचाया।
किसानों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन एसडीएम को सौंपकर मांग की कि उनकी फसलों का वास्तविक मूल्यांकन कर उचित मुआवजा दिया जाए। उन्होंने सोयाबीन और मूंगफली के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य और फसल बीमा राशि में पारदर्शी मूल्यांकन की मांग की। साथ ही, रबी फसल की बुआई हेतु उर्वरक, बीज और सस्ते ऋण उपलब्ध कराने की आवश्यकता बताई।
किसानों का कहना है कि मौजूदा सरकार की उदासीनता और किसान विरोधी नीतियों ने उनकी आजीविका पर गंभीर असर डाला है। यदि उनकी मांगों का तत्काल समाधान नहीं किया गया तो कांग्रेस सड़क से सदन तक संघर्ष करने को बाध्य होगी।
रैली में लगभग 30 से 35 ट्रैक्टर शामिल रहे, जबकि अन्य नेता, कार्यकर्ता और किसान दोपहिया वाहनों से शामिल हुए। प्रदर्शन ने सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है और किसानों की आवाज को मजबूती से उठाया गया है।