जशपुर पुलिस ने महिला स्व सहायता समूह से धोखाधड़ी के मामले में तीन फरार आरोपियों को अंबिकापुर से गिरफ्तार किया है। इनमें एक महिला भी शामिल है। मामला बगीचा थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने ऑपरेशन अंकुश के तहत कार्रवाई करते हुए राजेश कुमार गुप्ता, अयोध्या प्रसाद गुप्ता और गीता देवी को हिरासत में लिया।
जानकारी के अनुसार, 2020 में ग्राम विमड़ा की महिला स्व सहायता समूह को आरोपी राजेश कुमार गुप्ता ने भारत फाइनेंस कंपनी से कर्ज निकलवाने का प्रस्ताव दिया। उसने महिलाओं को किस्तें जमा करने और हर किस्त के साथ 5-5 हजार रुपए अतिरिक्त देने का वादा किया। इसके भरोसे महिलाओं ने कंपनी से कुल 3 लाख 80 हजार 500 रुपए निकालवाए।
शुरुआती किस्तें जमा होने के बाद आरोपियों ने भुगतान रोक दिया। जब फाइनेंस कंपनी की ओर से नोटिस आया, तब महिलाओं को ठगी का पता चला। पीड़ितों ने तत्काल कलेक्टर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। जांच में यह खुलासा हुआ कि आरोपियों ने योजना बनाकर समूह की महिलाओं को वित्तीय नुकसान पहुंचाया।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420 और 34 के तहत मामला दर्ज किया। गिरफ्तार आरोपी ग्राम दरिमा, जिला सरगुजा के निवासी हैं। इससे पहले एक आरोपी जगत नायक को गिरफ्तार किया जा चुका है। एक अन्य आरोपी लोकेश नायक अभी फरार है। SSP शशि मोहन सिंह ने बताया कि फरार आरोपी की तलाश जारी है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
स्थानीय महिलाओं का कहना है कि यह मामला उनके लिए चिंता का विषय था क्योंकि उनके मेहनत की कमाई और भरोसे के साथ खेला गया। पुलिस की तत्परता और ऑपरेशन अंकुश के जरिए कार्रवाई ने लोगों में विश्वास बहाल किया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में समय पर प्रशासनिक और पुलिस कार्रवाई अत्यंत जरूरी होती है ताकि महिलाओं और समाज के कमजोर वर्गों को सुरक्षा मिल सके। स्थानीय प्रशासन ने भी आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस प्रकार की धोखाधड़ी की घटनाओं पर सख्त नजर रखी जाएगी।
इस मामले से यह संदेश गया कि वित्तीय धोखाधड़ी और विश्वासघात के खिलाफ जागरूकता और पुलिस की सक्रियता से समाज में सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित किया जा सकता है।