लोहा चोरी में नाकाम रहने पर साथी की हत्या, शव नर्मदा नदी में फेंका

खंडवा जिले के मोरटक्का पुलिस ने ढाई माह पुरानी सनसनीखेज हत्या का पर्दाफाश किया है। जून माह में ग्राम कटार के पास नर्मदा नदी से बरामद क्षतविक्षत शव की गुत्थी अब सुलझ गई है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि मृतक की हत्या उसके ही साथी ने की थी। हत्या का कारण लोहा चोरी में असफल होना और उसके बाद हुआ विवाद निकला।

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जानकारी के अनुसार, छह जून को नर्मदा नदी से एक शव बरामद हुआ था जिसकी पहचान ग्राम बडूद, जिला खरगोन निवासी 39 वर्षीय सालकराम पुत्र किशोरीलाल के रूप में हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत की पुष्टि होने पर पुलिस ने हत्या की आशंका के आधार पर जांच तेज की।

इस बीच सनावद पुलिस ने हत्या के एक अन्य मामले में धनिया उर्फ धर्मेंद्र पुत्र गणपत तंवर निवासी ग्राम बडूद को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने सालकराम की हत्या करने की बात भी कबूल ली। धर्मेंद्र ने बताया कि उसने और सालकराम ने मिलकर लोहा चोरी की योजना बनाई थी, लेकिन असफल होने के बाद दोनों के बीच विवाद हो गया।

20 जून को दोनों ने नर्मदा किनारे शराब पी। इसी दौरान गुस्से में आकर धर्मेंद्र ने गमछे से सालकराम का गला घोंट दिया और शव को नर्मदा नदी में फेंक दिया। छह दिन बाद, 26 जून को क्षतविक्षत हालत में शव बरामद हुआ था।

थाना प्रभारी अनोप सिंदिया ने बताया कि हत्या की पुष्टि होने पर आरोपी धर्मेंद्र के खिलाफ धारा 103(1)238 बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। चूंकि वह पहले से ही हत्या के एक अन्य मामले में जेल में है, इसलिए वहीं से उसकी गिरफ्तारी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

इस वारदात ने इलाके में सनसनी फैला दी है और यह साफ किया है कि अपराधी प्रवृत्ति के लोग मामूली विवाद में भी हत्या जैसे जघन्य अपराध करने से नहीं चूकते।

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