रायपुर में भाजपा द्वारा नगरीय निकाय चुनाव से पहले बकाया संपत्ति कर के एकमुश्त भुगतान पर ब्याज और जुर्माना माफी देने की घोषणा पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री कन्हैया अग्रवाल ने इस पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि चुनावी वादे अधूरे रह गए हैं और इससे जनता में भारी निराशा फैली है।
कन्हैया अग्रवाल ने बताया कि भाजपा ने वादा किया था कि जो लोग अपना बकाया संपत्ति कर एक साथ जमा करेंगे, उन्हें ब्याज और जुर्माना माफ किया जाएगा, लेकिन निगम के जोन कार्यालयों में अब तक करदाताओं को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। हजारों लोग कार्यालयों में समय और मेहनत खर्च कर रहे हैं, ताकि वे एकमुश्त भुगतान कर सकें, लेकिन ब्याज माफी का कोई फायदा नहीं मिल पा रहा।
अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने नगरीय निकाय मंत्री अरुण साव और रायपुर नगर निगम महापौर मीनल चौबे को इस बाबत ज्ञापन सौंपा था, लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका कहना है कि चुनाव जीतने के लिए बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, लेकिन जनता को केवल धोखा मिलता है। उन्होंने इस बात की तुलना गैस सिलेंडर की उपलब्धता से करते हुए कहा कि जिस तरह 500 रुपए में सिलेंडर नहीं मिला, उसी तरह संपत्ति कर में ब्याज माफी की घोषणा भी अधूरी साबित हुई।
कन्हैया अग्रवाल ने सरकार से मांग की है कि संपत्ति कर में ब्याज और जुर्माना माफी की घोषणा को तुरंत लागू किया जाए। इसके अलावा, जब तक यह योजना औपचारिक रूप से लागू नहीं होती, करदाताओं को पर्याप्त समय दिया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर नगर निगम बिना ब्याज माफी के कर वसूली करता है, तो यह सीधे जनता और मतदाताओं के साथ धोखा होगा।
प्रदेश कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह मामला केवल प्रशासनिक प्रक्रिया का नहीं बल्कि राजनीतिक विश्वास का भी है। जनता ने भरोसा जताया कि चुनावी वादे पूरे होंगे, लेकिन कार्रवाई में देरी और योजना का अधूरा होना, सरकार की छवि पर सवाल खड़ा करता है। कांग्रेस इस मामले में जनता के हक के लिए आंदोलन करने और दबाव बनाने के लिए तैयार है।