सरगुजा में यूरिया की कालाबाजारी, कृषि मंत्री ने कार्रवाई के दिए आदेश

सरगुजा जिले में किसानों को यूरिया की आपूर्ति के बावजूद कालाबाजारी की शिकायतें बढ़ रही हैं। 267 रुपए का यूरिया 600 रुपए में बेचने का मामला सामने आया, जिससे किसानों में रोष उत्पन्न हुआ। परेशान किसान ने सीधे कृषि मंत्री रामविचार नेताम को फोन कर शिकायत की। मंत्री ने तत्काल कलेक्टर विलास भोस्कर को कार्रवाई के निर्देश दिए।

कलेक्टर के आदेश पर फर्टीलाइजर इंस्पेक्टर सोहन भगत की टीम सकालो स्थित बहुउद्देशीय सहकारी समिति पहुंची और गोदाम को सील कर दिया। कृषि विभाग की टीम ने यूरिया खरीदने वाले किसानों के बयान भी दर्ज किए। मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि यूरिया की कालाबाजारी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

सरगुजा में यूरिया की पर्याप्त आपूर्ति होने के बाद भी किसानों को मंहगे दामों पर खरीदना पड़ रहा था। इससे पहले यूरिया की कमी के कारण किसान 1200 से 1500 रुपए तक प्रति बोरी यूरिया खरीदने को मजबूर थे। कालाबाजारी की शिकायतों के आधार पर कई विक्रेताओं पर कार्रवाई हुई, लेकिन इसका असर सीमित रहा।

किसानों ने बताया कि बहुउद्देशीय सहकारी समिति का संचालन करने वाले प्रभावशाली लोग हैं। गोदाम को सील किए जाने के बाद भी कुछ फॉर्म हाउस में यूरिया स्टॉक किया गया और मंहगे दरों पर बेचा जा रहा है। इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है।

सरगुजा जिले में यूरिया की कालाबाजारी को रोकने के लिए प्रशासन सक्रिय हो गया है। कृषि मंत्री ने स्पष्ट किया कि ऐसे मामलों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। किसानों की समस्याओं का समाधान करने के लिए अतिरिक्त यूरिया की आपूर्ति की जा रही है।

फसल उत्पादन के लिए यूरिया की सही कीमत और समय पर आपूर्ति बेहद महत्वपूर्ण है। राज्य सरकार की कार्रवाई से उम्मीद जताई जा रही है कि किसानों को राहत मिलेगी और कालाबाजारी पर अंकुश लगेगा। किसान अब प्रशासन से पूरी पारदर्शिता और नियमित आपूर्ति की उम्मीद कर रहे हैं।

सरगुजा के किसानों के लिए यह कदम राहत का संकेत है, जबकि प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी तरह की धांधली या कालाबाजारी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। किसान और कृषि विभाग के बीच समन्वय बढ़ाकर यूरिया की सही और किफायती आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।

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