सारंगढ़-बिलाईगढ़ स्कूल में दो शिक्षकों की क्लास रूम में मारपीट, बच्चे डर के मारे भागे

छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के एक स्कूल में मंगलवार को दो शिक्षकों के बीच पढ़ाने को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ने क्लास रूम में जमकर मारपीट कर दी। यह घटना बच्चों के लिए डरावना अनुभव बन गई और वे डर के मारे क्लास छोड़कर भाग गए। इस पूरी घटना का वीडियो भी सीसीटीवी में कैद हो गया, जिसने घटना की भयावहता को उजागर किया।

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मिली जानकारी के अनुसार, विवाद इस बात को लेकर शुरू हुआ कि कौन शिक्षक किस विषय या क्लास को पढ़ाएगा। शुरुआत में दोनों शिक्षकों ने बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन बातचीत में किसी प्रकार का समाधान नहीं निकला। इसके बाद मामला हाथापाई तक पहुंच गया। छात्रों ने बताया कि मारपीट के दौरान वे हक्के-बक्के रह गए और कई छात्र अपने-अपने स्थानों से भागकर सुरक्षित स्थान पर चले गए।

स्कूल के प्रबंधन ने इस घटना की जानकारी तुरंत ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (BEO) को दी। BEO ने स्कूल के प्रिंसिपल से जवाब मांगा है कि ऐसा विवाद कैसे हुआ और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे। स्कूल प्रशासन ने भी कहा है कि छात्रों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना ने यह सवाल भी खड़ा कर दिया है कि शिक्षक और स्कूल प्रशासन के बीच सहयोग और समन्वय का स्तर किस प्रकार का है। विशेषज्ञों का मानना है कि स्कूलों में शिक्षक विवाद के मामलों को सुलझाने के लिए स्पष्ट नियम और प्रबंधन नीतियां होनी चाहिए ताकि छात्रों पर इसका नकारात्मक असर न पड़े।

स्थानीय लोगों और माता-पिता ने भी इस घटना पर चिंता जताई। उनका कहना है कि बच्चों के सामने शिक्षक द्वारा की गई मारपीट पूरी तरह से अस्वीकार्य है। कई लोगों ने स्कूल और शिक्षा विभाग से कड़ा कदम उठाने की मांग की है।

इस पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट है कि स्कूलों में शिक्षक विवाद के मामलों को नियंत्रित करने और छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूत नियम और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है। यह घटना न केवल शिक्षकों के व्यवहार की गंभीरता को दर्शाती है बल्कि छात्रों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की भी जरूरत को उजागर करती है।

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