10-साल में मां नहीं बनी तो अस्पताल से चुराया बच्चा:नवजात भूखा न रहे इसलिए बहन को प्लान में शामिल किया; बोली-मारना नहीं, पालना चाहती थी

दो बहनों ने मिलकर सरकारी अस्पताल से 3 दिन के नवजात बच्चे को चुराया था। बड़ी बहन की शादी को 10 साल हो गए थे। वह मां नहीं बन पा रही थी।

ऐसे में उसने छोटी बहन के साथ अस्पताल से बच्चा चुराने का प्लान बनाया। खुद नर्स बनी और अस्पताल में भर्ती मां के पहुंची और जांच के बहाने मौका पाकर बच्चे को ले भागी।

पुलिस ने CCTV कैमरों और इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर राजसमंद से 15 किमी दूर बिजनोल (नाथद्वारा) इलाके से बच्चे को बरामद किया। दोनों आरोपी बहनों को भी पकड़ लिया।

पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तो बोलीं- मैं उसे मारना नहीं चाहती थी। उसे पालना चाहती थी। 10 साल से बच्चा नहीं हो रहा था। ऐसे में कुछ न सूझा तो बच्चा चुरा लिया।

अब तीन पॉइंट्स में समझिए कैसे चुराया बच्चा

1. नर्स का कोट पहनकर आई थी: राजसमंद एसपी ममता गुप्ता ने बताया- सोमवार काे नाथद्वारा के सरकारी अस्पताल (श्री गोवर्धन राजकीय जिला हॉस्पिटल) से बच्चा चोरी करने के मामला सामने आया था।नाथद्वारा के सुखाड़िया नगर के रहने वाले चेतन मीना ने रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया कि 1 अगस्त को उसकी पत्नी बिंदिया ने बेटे को जन्म दिया था। इसके बाद से वह अस्पताल में भर्ती थी। 4 अगस्त को नर्स का ओवरकोट पहने एक लड़की आई। मुझसे कहा कि बच्चे को ऊपर वार्ड में ले जाना है। मैंने अपनी बहन चंदा को उस लड़की के साथ ऊपर भेजा।

2. वार्ड में ले जाते हुए आधार कार्ड मांगा: ​​​​​​रिपोर्ट में बताया था कि बीच रास्ते में उस लड़की ने मेरी बहन चंदा को कहा कि जांच के लिए आधार कार्ड चाहिए। बहन ने बोला कि मैं लेकर आती हूं। यह सुनकर लड़की ने बहन चंदा को कहा कि मैं इसे ऊपर लेकर जाती हूं। तुम आधार कार्ड ले आओ।

3. डॉक्यूमेंट्स लेने भेज कर फरार हुई: चेतन ने बताया- मेरी बहन वापस वार्ड में आ गई। आधार कार्ड लेकर जब वह उसके पास गई तो वहां पर वह लड़की नहीं मिली। इसके बाद परिजनों के साथ मिलकर पूरे अस्पताल में और आसपास बच्चे को तलाशा। महिला को भी ढूंढा। लेकिन, वह नहीं मिली। इसके बाद श्रीनाथजी थाने में रिपोर्ट दी।

बहन के साथ मिलकर बच्चा चोरी की प्लानिंग की एसपी ममता गुप्ता ने बताया- टीमें गठित कर जांच शुरू की। CCTV फुटेज और इंटेलिजेंस के आधार पर तलाश शुरू की। बिजनोल (नाथद्वारा) से चेतना (28) पत्नी महेंद्र सिंह निवासी गढवाडा भानसौल थाना घासा (उदयपुर) और उसकी छोटी बहन भारती (27) पत्नी भैरू सिंह राजपूत निवासी डिंगेला थाना नाथद्वारा (राजसमंद) को गिरफ्तार किया। उनसे बच्चे को भी बरामद कर लिया।

पूछताछ में सामने आया कि चेतना के बच्चा नहीं था। ऐसे में उसने अपनी बहन के साथ बच्चा चोरी करने की प्लानिंग की। दोनों 2-3 दिन से अस्पताल में रेकी कर रही थीं। बच्चे को चोरी कर बिजनोल अपने एक रिश्तेदार के यहां ले गईं।

बच्चा भूखा न रह जाए, इसलिए छोटी बहन को शामिल किया पूछताछ में चेतना ने बताया- मैंने आईवीएफ करवा लिया था। बाकी इलाज भी करवा लिया था, लेकिन बच्चा नहीं हुआ। जब कुछ नहीं सूझा तो बच्चा चोरी का प्लान बनाया। घर से निकली तो प्लान बनाया कि नर्स की ड्रेस पहनकर बच्चा चोरी करूंगी। इसमें मैं और मेरी बहन के अलावा कोई भी शामिल नहीं है।

मैं यह अकेली करना चाहती थी। लेकिन, बच्चा भूखा न रहे इसलिए छोटी बहन को साथ में लिया। क्योंकि न तो मुझे बच्चे को मारना था और न किसी को बेचना था। बच्चे को कुछ हो न जाए और वह भूखा न रहे, इसलिए मैंने अपनी बहन को साथ में लिया था। मैं इस परिवार को भी नहीं जानती थी।

दो बार IVF फेल हो गया था पूछताछ में छोटी बहन भारती ने बताया- चेतना ने एक साल पहले आईवीएफ करवाया था, लेकिन मिसकैरेज हो गया। दोबारा आईवीएफ करवाया, लेकिन 8वें महीने में 11 जून को अबॉर्शन कराना पड़ा।

घर में मेरे भाइयों और चेतना के पति के अलावा किसी को नहीं पता था कि उसका मिसकैरेज हो गया है। बाकी ये ही जानते थे कि चेतना के बच्चा होने वाला है। इसलिए उसने बच्चे को चोरी किया।

भारती ने बताया कि मुझे तो बच्चे को दूध पिलाने के लिए साथ में लेकर आई थी। मेरी बहन उसे पालना चाहती थी।

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