एक बोतल पर 100 रुपए एक्स्ट्रा!” जबलपुर में शराब माफियाओं की काली कमाई का भंडाफोड़

ग्राहकों को लूटने वाले शराब कारोबारी बेनकाब,प्रशासन की जांच में MRP से ज़्यादा रेट पर शराब बेचने का खुलासा,ग्राहक बनकर दुकानों पर पहुंचे आरआई और पटवारी

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जबलपुर : सरकार की आंखों में धूल झोंक कर ग्राहकों को लूटने वाले शराब कारोबारियों की असलियत सामने आ गई है.पिछले लंबे समय से जबलपुर में शराब कारोबारियों के द्वारा ग्राहकों को महंगी दर पर शराब बेचने के आरोप लगाते रहे हैं लेकिन अब इसके पुख्ता प्रमाण सामने आ गए हैं.लगातार मिल रही शिकायतों को आधार बनाकर जबलपुर ज़िला प्रशासन ने जब शराब दुकानों की जांच कराई तो पता चला कि एक-एक दुकान में 20 से लेकर 50 और 100 रुपये तक महंगी दर पर शराब बेची जा रही हैं.

शराब कारोबारियों के इस खेल का खुलासा करने के लिए प्रशासन के कई टीमें मैदान में उतारी गई। राजस्व निरीक्षक यानी आरआई से लेकर पटवारियों की टीमें बनाई गई और उन्हें ग्राहक बनाकर एक-एक दुकान पर भेजा गया.सबसे दिलचस्प बात तो यह है कि ग्राहक बनकर शराब खरीदने गए सरकारी मुलाजिमों ने पूरा पेमेंट ऑनलाइन किया। यानी दुकानों से शराब की बोतलें खरीदी गई और पेमेंट गूगल पे या फोन पे जैसे यूपीआई से किया गया.

प्रशासन की जांच में जबलपुर के अलग-अलग इलाकों की करीब दो दर्जन दुकानों में एमआरपी से ज्यादा कीमत पर शराब और बीयर बेचने का खुलासा हुआ है.प्रशासन की जांच रिपोर्ट के मुताबिक राजस्व निरीक्षक और पटवारी की एक टीम सबसे पहले रानीताल के भाजपा कार्यालय के सामने स्थित नरेंद्र कुमार रजक की शराब की दुकान पर पहुंची जहां टीम ने शराब खरीदी। यहां टीम ने सिमरन ऑफ 180 ML और मैजिक मोमेंट 375 ML देने की बात की जिन पर एमआरपी क्रमशः 325 और 460 रुपए अंकित था लेकिन दुकान से यह शराब की बोतल 385 और 460 रुपए में दी गई इस तरह रानीताल की शराब दुकान में 60 रुपए ज्यादा लिए गए.

इसी तरह रानीताल ईदगाह के पास की शराब दुकान से भी दो बोतल खरीदी गई और यहां भी 10 रुपये ज्यादा की वसूली की गई. जिला प्रशासन की एक टीम आकर्ष अग्रवाल की चंडाल भाटा की दुकान पर पहुंची यहां शराब की बोतल के बदले 20 रुपए ज्यादा की वसूली की गई इसके अलावा राजस्व निरीक्षक और पटवारी की एक टीम दमोह नाका क्षेत्रीय बस स्टैंड की शराब की दुकान पर पहुंची यहां बैगपाइपर और 8PM शराब की बोतल के बदले 50 और 20 रुपए की अतिरिक्त वसूली की गई.

विजयनगर शराब की दुकान हो या फिर दीनदयाल बस स्टैंड के पास की दुकान, यहां और बलदेव बाग की दीपमाला सिंह के नाम से संचालित शराब दुकान में भी 60 से लेकर 74 और 50 रुपये तक ज्यादा कीमत बढ़ाकर शराब बेची जा रही है। चेरीताल से लेकर ओरिया कटंगी बाईपास की शराब दुकान में भी शराब की बोतलों के बदले 50 से लेकर 100 रुपए की ज्यादा वसूली का खुलासा हुआ है.

प्रशासन की टीम देसी अंग्रेजी कंपोजिट शराब दुकान व्हीकल मोड़ के सामने रांझी, गांधी व्यायाम शाला के पास रांझी, बड़ा पत्थर रांझी, महावीर कंपाउंड सदर मोहनिया की देसी और अंग्रेजी शराब की दुकान, ओमती, दीनदयाल चौक और बिलहरी के डी मार्ट के सामने संचालित शराब दुकानों पर भी पहुंची यहां भी किंगफिशर, हंटर, मैजिक मोमेंट, हैवर्ड्स फाइव थाउजेंड जैसे बीयर की कीमतों में भारी अंतर मिला यहां की दुकानों से प्रशासन की टीमों ने 20 से लेकर 60 रुपए तक ज्यादा कीमत चुका कर बीयर की बोतलें खरीदी.

इस तरह प्रशासन की टीमों की जांच में इस बात का खुलासा हो गया है कि शहर के अलग-अलग इलाकों में संचालित शराब की दुकानों में एमआरपी से कई गुना ज्यादा कीमतें वसूली जा रही है, इस सच्चाई के सामने आने के बाद टीमों ने अपनी रिपोर्ट बनाकर एसडीएम को सौंप दी है जिसमें ग्राहकों से प्रिंट रेट से ज्यादा कीमत पर शराब बेचने वाले शराब कारोबारियों के खिलाफ मध्यप्रदेश आबकारी अधिनियम के तहत कार्यवाही की अनुशंसा की गई है.

 

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