राजधानी लखनऊ में डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान की एक महिला असिस्टेंट प्रोफेसर के साथ हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है.डॉक्टर का कहना है कि बस्ती निवासी 41 वर्षीय महेश तिवारी लंबे समय से उन्हें फोन कॉल्स और अश्लील मैसेज भेजकर परेशान कर रहा था.अब तो हॉस्पिटल से लेकर घर तक वह पीछा करने लगा है.
लगातार कॉल और मैसेज से दहशत
डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि आरोपी महेश तिवारी पिछले कई महीनों से उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था.वह एक दिन में करीब 1000 से ज्यादा बार कॉल करता था.यही नहीं, मोबाइल पर 5000 से अधिक अश्लील मैसेज और आपत्तिजनक तस्वीरें भेज चुका है.बार-बार आने वाली इन कॉल्स और मैसेज ने डॉक्टर का जीना मुश्किल कर दिया था.
उन्होंने बताया कि कई बार मोबाइल बंद करने या नंबर ब्लॉक करने के बाद भी आरोपी नए नंबर से कॉल करता रहा.दिन-रात आने वाली रिंगटोन और नोटिफिकेशन से उनका मानसिक संतुलन बिगड़ने लगा था.डॉक्टर ने कहा कि उन्हें हर वक्त यही डर सताने लगा था कि कहीं यह सिरफिरा उनके सामने न आ जाए।
महिला हेल्पलाइन में की थी शिकायत
12 मई 2025 को परेशान होकर डॉक्टर ने 1090 वीमेन पावर लाइन पर शिकायत दर्ज कराई थी.उस समय पुलिस ने आरोपी को पकड़कर चेतावनी देकर छोड़ दिया था.अधिकारियों का मानना था कि आरोपी दोबारा ऐसा नहीं करेगा.लेकिन यह अनुमान पूरी तरह गलत साबित हुआ.डॉक्टर के अनुसार चेतावनी मिलने के बाद भी महेश तिवारी का रवैया नहीं बदला.बल्कि, उसने और ज्यादा आक्रामक तरीके से फोन कॉल्स और मैसेज भेजना शुरू कर दिया.पीड़िता का कहना है कि हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराने के बाद उन्हें कुछ दिन राहत जरूर मिली, मगर आरोपी फिर पुराने ढर्रे पर लौट आया.उनका आरोप है कि अगर शुरू में ही सख्त कार्रवाई की गई होती तो शायद आरोपी हिम्मत न जुटा पाता.
ओपीडी से लौटते समय हुआ पीछा
19 अगस्त की शाम का वाकया डॉक्टर की जिंदगी के लिए बेहद डरावना साबित हुआ.उस दिन वह ओपीडी का काम खत्म कर फैकल्टी अपार्टमेंट लौट रही थीं.तभी उन्हें महसूस हुआ कि कोई उनका पीछा कर रहा है.शुरुआत में उन्होंने इसे नजरअंदाज किया, लेकिन अपार्टमेंट तक पहुंचते ही उन्होंने देखा कि वही शख्स उनके पीछे-पीछे आया है.लिफ्ट का इंतजार करते समय डॉक्टर को अचानक आरोपी महेश तिवारी पास खड़ा दिखाई दिया.डर और आशंका से भरकर उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया.उनकी आवाज सुनकर मौके पर मौजूद सिक्योरिटी गार्ड तुरंत हरकत में आए और आरोपी को वहीं पकड़ लिया.
पुलिस के हवाले आरोपी
सिक्योरिटी गार्ड्स ने आरोपी को दबोचकर अपार्टमेंट प्रबंधन और पुलिस को सूचना दी.थोड़ी ही देर में पुलिस मौके पर पहुंच गई और आरोपी को थाने ले जाया गया.डॉक्टर ने इस संबंध में विभूतिखंड थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई. विभूतिखंड थाने के इंस्पेक्टर सुनील सिंह ने बताया कि आरोपी महेश तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.पुलिस अब पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है.जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि आरोपी ने अब तक कितने नंबरों से फोन कॉल्स और मैसेज किए और क्या इसमें कोई और भी शामिल था.
डॉक्टर ने जताई चिंता
पीड़िता डॉक्टर ने पुलिस से गुहार लगाई है कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा मिले ताकि भविष्य में कोई और महिला इस तरह की परेशानी का शिकार न बने.उनका कहना है कि मानसिक प्रताड़ना भी उतनी ही खतरनाक होती है जितनी शारीरिक हिंसा.लगातार फोन कॉल्स और मैसेज से उनका मानसिक संतुलन बिगड़ रहा था.उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्हें अपने काम पर भी ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हुई.ओपीडी में मरीजों के इलाज और पढ़ाई के बीच दिमाग हर समय मोबाइल की घंटी पर अटका रहता था.परिवार वाले भी उनकी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित थे.