चीन से तस्करी कर भारत आया 1064 किलो सोना, ED की जांच में खुलासा

श्रीनगर स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के जोनल ऑफिस ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम यानी FEMA, 1999 के तहत दिल्ली-एनसीआर और लद्दाख में छापेमारी की है. दिल्ली-एनसीआर में 5 और लद्दाख में 1 जगह पर रिहायशी और कमर्शियल जगहों पर ये रेड की गई. ईडी ने यह कार्रवाई ITBP द्वारा जब्त किए गए 108 किलो विदेशी सोने से जुड़े मामले में की. छापेमारी के जिसमें कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद हुए हैं.

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डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस यानी DRI की जांच में सामने आया है कि साल 2023 से 2024 के बीच इसी तरीके से कुल 1064 किलो विदेशी सोने की तिब्बत बॉर्डर से भारत में तस्करी की गई थी. जांच में पता चला कि इसका भुगतान क्रिप्टोकरेंसी (USDT/टीथर) के जरिए किया गया. DRI ने इस मामले में 10 लोगों को COFEPOSA के तहत गिरफ्तार कर हिरासत में लिया है.

चीन से लाया जा रहा था सोना

वहीं ईडी की जांच में पता चला कि यह सोना चीन के नागरिक भु-चुम-चुम द्वारा भारत लाया जा रहा था. वह इसे भारत में लद्दाख के रहने वाले तेन्दु ताशी नामक व्यक्ति तक पहुंचाता था, जो इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड है. ताशी ही तस्करी का लॉजिस्टिक्स संभालता था और लद्दाख से दिल्ली तक सोना पहुंचाकर उसकी बिक्री कराता था.

तिब्बत निवासी तेनजिन खंडप को सोंपी जिम्मेदारी

जांच में यह भी सामने आया कि तिब्बत निवासी तेनजिन खंडप को चीन से सोना लेकर भारत-चीन सीमा तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई थी. वहां भारतीय पोर्टरों को सोना सौंपा जाता था. वहीं ताशी के निर्देश पर तेनजिन सम्पेल (तेनजिन खंडप के चाचा) ने दो पोर्टरों की भर्ती कर 108 किलो सोना चीन से भारत में तस्करी किया.

एक साल में कुल 1064 किलो सोना भारत लाया गया

ईडी की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि 2023 और 2024 में कुल 1064 किलो सोना तस्करी करके भारत लाया गया. जिसकी कीमत करीब 800 करोड़ रुपए है. जांच में पता चला कि ताशी और उसके नेटवर्क के बाकी लोग इस सोने को दिल्ली में विभिन्न ज्वेलर्स और डीलरों तक पहुंचाते थे. वहीं सोना खरीदने के पैसे चीन में बैठे भु-चुम-चुम तक क्रिप्टोकरेंसी (USDT/टीथर) के जरिए भेजे जाते थे. इस मामले में ईडी की जांच अभी भी जारी है.

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