15 जून से 15 सितंबर तक दिल्‍ली एयरपोर्ट पर 114 फ्लाइट्स रहेंगी रद्द, ये है वजह

दिल्‍ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आने वाले एक महीने तक कुछ फ्लाइट्स को रद्द किया गया है. दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (DIAL) के सीईओ विदेह कुमार जयपुरियार के अनुसार, दिल्ली हवाई अड्डा 15 जून से 15 सितंबर तक 114 डेली उड़ानें रद्द करने वाला है. जिन भी फ्लाइट्स को रद्द किया जाएगा, उनके टिकट का रिफंड एयरलाइंस की तरफ से भेज दिया जाएगा.

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विदेह कुमार ने बताया कि दिल्‍ली एयरपोर्ट पर रनवे को अपग्रेड करने के लिए फ्लाइट्स को कैंसिल किया जाएगा. यह कार्य, पहले भीड़भाड़ की चिंताओं के कारण लेट हो गया था. अब इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) को CAT III मानकों के अनुसार डेवलप होगा, जिससे सर्दियों के कोहरे के दौरान आमतौर पर होने वाली कम दृश्यता की स्थिति में सुरक्षित लैंडिंग होगी.

1450 फ्लाइट हर दिन होती हैं संचालित
चुनौतीपूर्ण सर्दियों के महीनों के दौरान परिचालन दक्षता बनाए रखने के लिए यह अपग्रेड महत्वपूर्ण है. क्‍योंकि हम अक्‍सर देखते है कोहरे के कारण अक्‍सर फ्लाइट्स प्रभावित होती हैं. भारत का सबसे बड़ा और व्यस्ततम इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, प्रतिदिन लगभग 1,450 उड़ानों का संचालन करता है. रनवे RW 10/28 को अपग्रेड करने की योजना है, जिसके कारण तीन महीनों में 200 उड़ानें प्रभावित होंगी, जिनमें से 114 रद्द हो जाएंगी और 86 को कम समय के लिए संचालित किया जाएगा.

27 नवंबर तक पूरा होने की उम्‍मीद
रनवे सितंबर के मध्य में फिर से खुल जाएगा, लेकिन ILS अपग्रेड का काम सर्दियों के मौसम से ठीक पहले 27 नवंबर तक पूरा होने की उम्मीद है. यह समयसीमा सुनिश्चित करती है कि हवाई अड्डा सर्दियों के मौसम की स्थिति से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जयपुरियार ने कहा कि दिल्ली एयरपोर्ट पर प्रतिदिन 1,450 विमानों की आवाजाही होती है. इनमें से 114 डेली आवाजाही रनवे अपग्रेड के दौरान रद्द कर दी जाएगी.

जयपुरिया ने कहा कि यात्रियों को थोड़े समय के लिए असुविधा का सामना करना पड़ेगा, लेकिन निश्चित रूप से लंबे समय में लाभ होगा. अपग्रेड से घने कोहरे के दौरान उड़ान संचालन में सुधार होने की उम्मीद है, जो अक्सर काफी देरी का कारण बनता है. रनवे की क्षमताओं को बढ़ाकर, DIAL का टारगेट व्यवधानों को कम करना और यात्रियों के लिए सेवा का हाई स्‍टैंडर्ड बनाए रखना है.

अब ठंडियों में नहीं रद्द होगी फ्लाइट्स
रनवे बंद होने से हवाई अड्डे की आगमन क्षमता 42 फ्लाइट्स प्रति घंटे से घटकर 32 रह जाएगी, जिससे मुंबई और पटना जैसे प्रमुख मार्ग प्रभावित होंगे. यह रणनीतिक निर्णय कम यात्रा के मौसम के दौरान लिया गया है ताकि त्योहारों के दौरान यात्रा में व्यवधान को रोका जा सके. चरम मौसम की स्थिति से निपटने के लिए एक जलवायु शमन योजना भी तैयार की जा रही है, जिसकी रिपोर्ट वर्ष के अंत तक आने की उम्मीद है.

वर्तमान उन्नयन में रनवे को CAT III-B के अनुरूप बनाना शामिल है, जो एक उन्नत प्रणाली है जो अत्यंत कम दृश्यता में लैंडिंग की अनुमति देती है. इस रणनीतिक ओवरहाल का उद्देश्य सर्दियों के संचालन को बढ़ाना है, जिससे कोहरे वाले महीनों के दौरान देरी कम हो. यात्रियों को कम से कम व्यवधान सुनिश्चित करने के लिए सभी शेड्यूल परिवर्तनों को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के साथ समन्वित किया गया है. CAT III-B में अपग्रेड करके, हवाई अड्डा प्रतिकूल मौसम की स्थिति को संभालने की अपनी क्षमता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ा रहा है, जिससे समग्र सुरक्षा और दक्षता में सुधार हो रहा है.

 

 

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