मध्य प्रदेश के इंदौर में एक बच्चे की मौत उसके माता-पिता के सामने बात करते-करते हो गई. 8वीं कक्षा का छात्र खड़ा होकर अपने माता-पिता से बात कर रहा था और अचानक वहीं पर बेहोश हो गया, जब उसे अस्पताल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है कि बच्चे की मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह हुई है.
दरअसल एक प्राइवेट स्कूल में मार्च पास्ट के बाद ये घटना दोपहर करीब 12:30 हुई. मृतक बच्चे का नाम सुव्रत दुसा है, जो अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. उसे पहले से दिल की बीमारी थी. स्कूल में मार्च पास्ट के बाद सुव्रत दुसा अपने दोस्तों और माता-पिता से बातचीत कर रहा था, लेकिन अचानक वह बेहोश होकर गिर पड़ा. इसके बाद सुव्रत को कोकिला बेन अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने उसे चेक किया और मृत घोषित कर दिया.
दिल की बीमारी से जूझ रहा था
बच्चे की हुई अचानक मौत से पूरे स्कूल में हड़कंप मच गया. स्कूल में चल रहे कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया. दिल की बीमारी से जूझ रहे सुव्रत का इलाज चल रहा था. उसकी लगातार दवाइयां चल रही थीं, जो उसके माता-पिता ने उसे स्कूल में भी लेने के लिए दी थीं. सुव्रत की मौत के बाद उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
एक्टिव और होनहार था सुव्रत
परिजनों ने सुव्रत का पोस्टमार्टम कराने से भी साफतौर पर मना कर दिया. वह अपने बेटे का शव अपने गृहनगर देवास लेकर चले गए. सुव्रत के स्कूल के सीईओ प्रत्यूष कुमार सिंह गौर ने बताया कि सुव्रत काफी होनहार बच्चा था. वह काफी एक्टिव था. क्रिकेट हो या बास्केटबॉल वह हर एक्टिविटी में पार्टिसिपेट करता था. उसकी बीमारी का सभी को पता था, लेकिन उसके माता-पिता चाहते थे कि वह अपनी जिंदगी खुलकर जिए. सुव्रत ने पिछले साल शिमला में एक नेशनल लेवल कार्यक्रम में स्कूल का प्रतिनिधित्व किया था.