सुपौल: नेपाल सीमा से सटे सुपौल जिले के भीमनगर थाना क्षेत्र में बीएमपी 12वीं बटालियन के जवान अमरेंद्र कुमार को ₹500 के 123 जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया. जवान को कटैया पावर हाउस के पास से पकड़ा गया.
पुलिस ने उसके साथ क्षेत्रीय मंत्री पुलिस मेंस एसोसिएशन की बोर्ड लगी एक काली स्कॉर्पियो (BR 01 F 331) भी जब्त की है, जो मधेपुरा जिले के चंडिस्थान निवासी सुनील कुमार के नाम से रजिस्टर्ड है. अमरेंद्र कुमार मधेपुरा जिले के पथराहा वार्ड नंबर 04 का रहने वाला है. पूछताछ में उसने बताया कि वह कटैया निवासी जेसीबी मालिक शैलेश कुमार सिंह को किराए की राशि देने गया था. शैलेश ने बताया कि उसकी मशीन बीएमपी कैंप में काम पर लगी थी, जिसके बदले उसे किश्तों में रकम दी गई थी. 20 हजार रुपये ऑनलाइन मिले और 15 हजार कैश दिया गया, जबकि शेष 5 हजार कैश ड्राइवर के जरिए मिले. इस राशि में से कुछ नोट जब बैंक में जमा किए गए, तो उन्हें जाली बताकर लौटा दिया गया. बीते 28 मई को भी अमरेंद्र कुमार ने भीमनगर स्थित बीके पेट्रोलियम पर 5 हजार का नकली नोट देकर डीजल भरवाया था. पंपकर्मी आनंद कुमार ने इसकी पुष्टि की है.
अमरेंद्र से जब स्कॉर्पियो पर लगे एसोसिएशन बोर्ड के बारे में पूछा गया, तो उसने कहा कि यूनियन अब भंग हो चुकी है, इसलिए उसका कोई औचित्य नहीं है. वर्ष 2010 में बीएमपी ज्वाइन करने वाले अमरेंद्र को स्थानीय स्तर पर रसूखदार माना जाता है. बॉर्डर क्षेत्र में नकली करेंसी का कारोबार कोई नई बात नहीं है, लेकिन बीएमपी की वर्दी में तैनात जवान की गिरफ्तारी ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.
इधर भीमनगर थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि नोट जब्त कर लिए गए हैं और पुलिस बारीकी से जांच कर रही है. वहीं एसडीपीओ सुरेन्द्र कुमार ने पुष्टि की है कि जवान के पास से नकली नोट मिले हैं और पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.