उत्तर प्रदेश के बरेली में बीते शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद अब प्रशासन हालात को लेकर पूरी तरह सतर्क है. आज शुक्रवार की नमाज को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया है. शहर के संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया गया. ड्रोन से निगरानी की जा रही है. इसी के साथ यहां बाहरी जिलों से आए पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है.
शहर को चार सुपर और स्पेशल जोन में बांटा गया
ADG जोन बरेली रमित शर्मा और कमिश्नर भूपेंद्र चौधरी ने गुरुवार को शहर में फ्लैग मार्च किया. इस दौरान उन्होंने सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की और शांति बनाए रखने की अपील की. शहर को चार सुपर और चार स्पेशल जोन में बांटा गया है. प्रत्येक सुपर जोन में एक IPS, दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और दो क्षेत्राधिकारी की तैनाती होगी. वहीं हर स्पेशल जोन में एक एडिशनल SP, दो CO और पर्याप्त पुलिस बल लगाया गया है.
भारी संख्या में सुरक्षा बल की तैनाती
हिंसा की घटनाओं को रोकने के लिए बरेली में सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी की गई है.
10 कंपनियां PAC और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की यूनिट तैनात की गई हैं.
13 CO, 700 सब-इंस्पेक्टर और 2500 सिपाही अन्य जिलों से बुलाकर यहां ड्यूटी पर लगाए गए हैं.
8 ड्रोन टीमों से संवेदनशील इलाकों की निगरानी होगी. यदि किसी छत पर ईंट-पत्थर जमा पाए गए तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी.
अन्य जनपदों से आई फोर्स शनिवार शाम तक शहर में तैनात रहेगी. पीएसी के अलावा सेंट्रल पैरामिलिट्री फोर्स को तैनात किया गया है.
उधर, बरेली की आला हजरत दरगाह के मौलाना अहसान रजा खां ने मुसलमानों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि हर मुसलमान जुमे की नमाज अदा करने के बाद शांति से अपने घर लौटे. अफवाहों पर ध्यान न दें और अमन कायम रखें. यह अपील इसलिए अहम मानी जा रही है, क्योंकि पिछले सप्ताह जुमे की नमाज के बाद ही हिंसा भड़क उठी थी.
26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद बरेली के कोतवाली क्षेत्र में लगभग 2,000 लोग इकट्ठा हो गए थे. आरोप है कि यह भीड़ मौलाना तौकीर रजा खां के आह्वान पर जुटी थी. इस दौरान स्थिति बिगड़ गई और भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. हिंसा में कई पुलिसकर्मी घायल हुए और कई वाहनों को नुकसान पहुंचा था.
इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए बुधवार तक 81 लोगों को गिरफ्तार किया. प्रशासन का कहना है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. शहर में अब प्रशासन और धार्मिक नेताओं की ओर से संयुक्त संदेश दिया जा रहा है कि शांति और अमन हर हाल में बनाए रखा जाए. अधिकारियों ने कहा है कि किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी.