Overage fraud by Badminton Players in Rajasthan: बैडमिंटन जगत से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई, जब राजस्थान के लिए नेशनल लेवल के लिए सेलेक्ट हुए 20 में से 13 खिलाड़ियों ने उम्र के नाम पर फर्जीवाड़ा किया. ये सभी ‘ओवरएज’ पाए गए हैं. यानी इन सभी खिलाड़ियों की उम्र ज्यादा थी.
उम्र संबंधी गलत जानकारी का यह गंभीर मामला तब सामने आया जब कुछ खिलाड़ियों के अभिभावकों ने आरोप लगाया कि जम्मू में अंडर 13 बैडमिंटन टूर्नामेंट और अंडर 11 राष्ट्रीय मैचों में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने के लिए क्वालिफाई करने वाले कुछ खिलाड़ी अधिक उम्र के हैं.
जयपुर बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव मनोज दासोत ने कहा- उन्हें (अभिभावकों को) लगता है कि वे खिलाड़ी अधिक उम्र के हैं. इसलिए अभिभावकों ने शिकायत की. एक टीम जा रही थी, जिसके लिए राजस्थान बैडमिंटन एसोसिएशन ने निर्देश दिया था कि सभी का मेडिकल (परीक्षण) कराया जाए, ताकि सभी की वास्तविक स्थिति का पता चल सके.
अंडर 13 बैडमिंटन टूर्नामेंट 28 से 30 नवंबर तक जम्मू में होना है और अंडर 11 बैडमिंटन नेशनल मैच 4 दिसंबर से होने हैं. इसके लिए हाल ही में अजमेर में आयोजित स्टेट टूर्नामेंट में खिलाड़ियों के प्रदर्शन को ध्यान में रखा गया.
मेडिकल टेस्ट होने के बाद खुली पोल…
राजस्थान बैडमिंटन संघ (आरबीए) ने कुछ खिलाड़ियों के अभिभावकों द्वारा विरोध दर्ज कराए जाने के बाद खिलाड़ियों का मेडिकल टेस्ट कराने का निर्देश दिया. टेस्ट में 20 में से 13 खिलाड़ी ओवरएज पाए गए.
इस कारण 28 नवंबर से जम्मू में शुरू होने वाले टूर्नामेंट के लिए राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने वाली टीम के फाइनल सेलेक्शन का मामला अधर में लटक गया है. दासोत ने कहा-मैं अभिभावकों से व्यक्तिगत रूप से अनुरोध करता हूं कि वे उम्र में गलत जानकारी न दें, ताकि भविष्य में किसी की हिस्सेदारी प्रभावित न हो, लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है कि कुछ लोग, जो सही होते हैं, वे भी गलत तरीके से इसमें उलझ जाते हैं. इससे पहले भी राजस्थान में विभिन्न कैटेगरी में ओवरएज खिलाड़ियों द्वारा गलत उम्र दर्शाकर खेलने के कई आरोप सामने आए हैं.
खिलाड़ियों ने जताई टीस…कोच का भी फूटा गुस्सा
इस दौरान कई खिलाड़ियों ने हमसे बातचीत करते हुए कहा कि गलत उम्र दर्शाने वाले खिलाड़ियों को खेल से बैन किया जाना चाहिए और इससे असली खिलाड़ियों का मनोबल प्रभावित होता है. युवा खिलाड़ी मनन शर्मा ने कहा- हां (धोखाधड़ी से) अन्य खिलाड़ियों का मनोबल प्रभावित होता है. एक अन्य युवा खिलाड़ी वयम लांबा ने कहा-जो खिलाड़ी अपनी उम्र गलत बताते हैं उन पर स्थायी रूप से बैन लगना चाहिए.
वहीं सहायक कोच अमन कुमार कुमावत ने कहा- इस तरह के मामलों से बच्चे हतोत्साहित होते हैं, क्योंकि 1-2 खिलाड़ियों की वजह से कई बच्चों के करियर का सवाल बनता है. 1-2 बच्चों की वजह से कई बच्चे विरोध करते हैं. कई बार वे आगे नहीं खेल पाते और जब उनका मेडिकल होता है, तो उनके नतीजे आते हैं कि बच्चे किस कैटगरी में है.