जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर शहर में 70 साल के एक शख्स ने अपने बिजनेस पार्टनर के दो बच्चों को फांसी से फंदे पर टांग दिया। बिहार मूल के पिता का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने पार्टनरशिप तोड़कर दूसरी फैक्ट्री में काम शुरू कर दिया था। मृतकों में 13 साल की बेटी और 8 साल का बेटा है, जिनके शव स्कूल यूनिफॉर्म में पुलिस को मिले हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर 70 वर्षीय आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
20 साल से थी जान पहचान
- आरोपी का नाम श्याम सिंह भाटी है, जबकि पीड़ित पिता प्रदीप देवसाई है, जो मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। प्रदीप करीब 15 साल पहले काम के सिलसिले में जोधपुर आए थे और यहां चूड़ी बनाने की फैक्टरी में काम करते थे।
- श्याम सिंह भाटी भी साल भर पहले तक इसी फैक्टरी में मुनीम का काम करता था। नौकरी छोड़ने के बाद उसने चूड़ी बनाने की अपनी फैक्टरी खोली। इन्वेस्टमेंट करके पैसा लगाया और प्रदीप को अपना पार्टनर बनाया।
- प्रदीप भी नौकरी छोड़कर श्याम सिंह के साथ काम करने लगे, लेकिन पैसों के लेन-देन में विवाद होने के कारण पार्टनरशिप ज्यादा नहीं चली। प्रदीप ने श्याम सिंह का साथ छोड़ दिया और अपनी पुरानी फैक्टरी में काम करने लगे।
- प्रदीप अपनी पत्नी और दोनों बच्चों के साथ पुरानी फैक्टरी में बने एक कमरे में किराए से रहने लगे। इसके बाद से श्याम सिंह नाराज था और ऐसा बदला लिया, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई।
दो दिन पहले स्कूल गए थे, घर नहीं लौटे बच्चे
हत्याकांड को दो दिन पहले अंजाम दिया गया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त पश्चिम निशांत भारद्वाज ने बताया कि दोनों बच्चे शुक्रवार को स्कूल जाने के लिए निकले थे। उसके बाद से लापता थे।
संभवतया फलोदी निवासी आरोपी श्याम सिंह भाटी (70) दोनों को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया और एक घर में हत्याकर फांसी के फंदे पर टांग दिया। इसके बाद बाहर से ताला लगाकर फरार हो गया।
बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने तलाश शुरू की तो मकान में बच्चों के शव होने की सूचना मिली। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चों के शव बरामद किए और पोस्टमार्टम के लिए भेजे।