छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में दुर्घटना बीमा के नाम पर 57 लोगों से 14 लाख की ठगी हुई है। ठग चिटफंड कंपनी के नाम से लोगों से पैसे लेते थे। जांच में पता चला है कि इसका नेटवर्क देश भर में फैला है। मामला छावनी थाना क्षेत्र का है।
आरोपी ने पीड़ितों को स्कीम के तहत बताया था कि 3500 रूपए जमा करने पर 3 साल मे 35 लाख रूपए सहित अन्य सुविधाएं मिलेगी। लालच में आकर निवेशकों ने पैसे दे डाले, जिसके बाद वह भाग गया था। साल 2016 में पीड़ितों ने थाने में शिकायत की थी।
वारदात के मास्टरमाइंड प्रकाश चंद जैन को पुलिस ने 9 साल बाद भोपाल से पकड़ा है। आरोपी की कंपनी टुलिप ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मध्यप्रदेश, गुजरात, बिहार और राजस्थान में भी मामले दर्ज हैं।
जयपुर से शुरू हुई थी कंपनी
जांच के दौरान पता चला कि टुलिप ग्लोबल चिटफंड कम्पनी का नाम टुलिप ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड जयपुर में 2008 के नाम से शुरू किया गया था, जिसका डायरेक्टर प्रकाश चंद था जिसने इसका नेटवर्क देश भर में फैलाया था। जिसके बाद राजस्थान सरकार ने इसे बैन कर दिया था।
इसके तहत अजमेर, दुर्ग, इंदौर, हरियाणा, भोपाल, जयपुर और अन्य जगहों बड़ी संख्या में निवेशकों से निवेश करवाने की शिकायत मिली है। देशभर में इस कंपनी में ठगी के खिलाफ अपराध दर्ज कर विवेचना की जा रही थी।
अब तक ये पकड़ाए
- आरोपी प्रकाश चंद जैन (मास्टर माइंड)
- प्रभुदयाल उजाला (49 साल) दुर्ग
- मनोज सोनी (45 साल) छावनी भिलाई निवासी
- सुरेश सोनी ( 45 साल) भिलाई निवासी
9 सालों से तलाश कर रही थी पुलिस
दुर्ग पुलिस प्रवक्ता पद्मश्री तंवर ने बताया कि, पुलिस पिछले 9 सालों से आरोपी की तलाश में जुटी थी। काफी जांच पड़ताल के बाद जानकारी मिली कि आरोपी प्रकाश चंद जैन वर्तमान में थाना एसटीएफ के अपराध मे भोपाल जेल में बंद है। जिसे दुर्ग न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट जारी करा के 22 जुलाई को न्यायालय में पेश किया।
संपत्ति भी होगी कुर्क
पूछताछ के लिए पुलिस ने दो दिन के रिमांड पर लिया है। सभी आरोपियों के चल अचल संपत्ति को कुर्क करने की भी तैयारी की जा रही है। मामले में छावनी थाना में अपराध कायम कर ईनामी चिटफंड और धन परिचालन स्कीम अधिनियम के तहत यह कार्रवाई की गई है।