हार के 14 महीने बाद अचानक ‘जीत’ का जश्न मनाने लगे अजय राय… वाराणसी में अजब प्रोटेस्ट

लोकसभा चुनाव को एक साल से अधिक बीत चुका है, सरकार अपनी रफ्तार से काम कर रही है, लेकिन वोट चोरी आरोपों के बीच वाराणसी में अनोखा प्रोटेस्ट देखने को मिला. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय को ही वाराणसी का ‘असली सांसद’ मानते हुए उनके घर पहुंचे, फूल-माला पहनाई, मिठाई खिलाई और जीत का जश्न मनाया. सपा कार्यकर्ताओं का दावा है कि बनारस की जनता ने अजय राय को जिताया था, लेकिन प्रशासनिक धांधली से नतीजा पलट दिया गया.

फूलों की माला और अंग वस्त्र से सम्मान

गुलाब और गेंदे की माला, अंग वस्त्र और मिठाई लेकर सपाई अजय राय के यहां पहुंचे. दरवाजे से ही नारे लगाते हुए दाखिल हुए. माहौल ऐसा था मानो किसी बड़े चुनावी नतीजे की घोषणा हुई हो. “वाराणसी का सांसद कौन-अजय राय ! जैसे नारे लगने लगे. अजय राय को माला पहनाने और अंग वस्त्र ओढ़ाने के बाद कार्यकर्ताओं ने मिठाई खिलाई. कई कार्यकर्ता अपने-अपने फोन से वीडियो और फोटो भी खींच रहे थे. इस मौके पर अजय राय ने भी मुस्कुराते हुए सभी का स्वागत किया और कहा मैं उन साढ़े चार लाख मतदाताओं का ऋणी हूँ जिन्होंने मुझ पर भरोसा करके वोट दिया. काशी की जनता ने जो स्नेह और आशीर्वाद दिया, वह मेरे लिए अमूल्य है. उन्होंने तंज कसते हुए आगे कहा कि यहां तो हाल यह है कि एक ही घर में एक पिता के पचास-पचास पुत्र निकल आते हैं. सच्चाई सबके सामने है, बस बोलने की हिम्मत सबमें नहीं है.

सपा कार्यकर्ताओं के आरोप

अजय राय के घर पहुंचे सपा कार्यकर्ता अमन यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बनारस की जनता ने अजय राय को जिताया था, लेकिन सरकारी मशीनरी के दम पर परिणाम पलट दिए गए. आरोप लगाया है कि यहां के सांसद डेढ़ लाख वोट से हार रहे थे, लेकिन बनारस के कुछ अधिकारियों ने परिणाम को बदलवा दिया. अमन यादव ने दावा किया कि वाराणसी की जनता के लिए उनके सांसद बल्कि इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय ही हैं. उन्होंने कहा हमारे लिए सांसद वही हैं जिन्हें जनता ने वोट देकर चुना है, न कि वे जिन्हें प्रशासन ने जिताया है. पूरे बनारस की जनता यही मानती है कि अजय राय ही हमारे असली सांसद हैं.

 

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