सऊदी अरब में हज के लिए गए 14 लोगों की मौत हो गई है. रविवार को अधिकारियों ने बताया कि अत्यधिक गर्मी के कारण ये मौतें हुई हैं. अधिकारियों के मुताबिक, ये सभी लोग जॉर्डन के थे. जॉर्डन की सरकारी न्यूज एजेंसी Petra के मुताबिक, जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने बताया कि 14 लोगों की मौत के अलावा 17 लोग लापता हैं. मंत्रालय ने पहले बताया था कि हीटस्ट्रोक की वजह से 6 लोग मारे गए हैं. लापता 17 लोगों की खोज की जा रही है और मरने वालो के शव जॉर्डन लाने की भी तैयारी की जा रही है. सऊदी अरब में भारी गर्मी पड़ रही है और इसी बीच बीते शुक्रवार की शाम को मक्का में हज की शुरुआत हुई.
मक्का में 47 डिग्री पहुंचा तापमान
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
सऊदी मौसम अधिकारियों ने बताया कि रविवार को मक्का शहर में पारा 47 डिग्री और मीना शहर का तापमान 46 डिग्री पहुंच गया.
सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद अल-अब्दुलाली ने पत्रकारों को बताया कि अकेले रविवार को हीट स्ट्रेस और सनस्ट्रोक के 2,760 मामले सामने आए. उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों की संख्या और बढ़ सकती है इसलिए हाजी अधिक धूप में जाने से बचें और पानी पीते रहें. उन्होंने कहा, ‘गर्मी हमारे लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है.’इस साल हज 14 जून से शुरू हुआ जो 19 जून तक चलेगा. हज के लिए दुनियाभर के लाखों मुसलमान सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का पहुंचे हैं. इस्लाम में शारीरिक और मानसिक रूप से सक्षम मुसलमानों के लिए हज करना अनिवार्य बताया गया है.
पिछले साल भी सैकड़ों लोगों की मौत
पिछले साल लगभग 20 लाख मुसलमान हज के लिए सऊदी अरब पहुंचे थे. इस दौरान 240 लोगों की मौत हुई थी जिसमें अधिकतर इंडोनेशिया से थे. हालांकि, इनकी मौत के पीछे की वजह नहीं बताई गई. समाचार एजेंसी एएफपी को एक सऊदी अधिकारी ने बताया कि पिछले साल गर्मी से होने वाली बीमारियों के 10,000 मामले सामने आए थे जिसमें से 10% हीटस्ट्रोक के मामले थे. मक्का की पवित्र जगहों पर आने-जाने के लिए सऊदी अरब हर साल भारी इंतजाम करता है लेकिन भारी भीड़ और भयंकर गर्मी के कारण हाजियों और पुलिस अधिकारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
जब हज के दौरान हुआ था बड़ा हादसा
हाल के दशकों में भीड़भाड़ की वजह से बड़ी घटनाएं भी देखने को मिली हैं जिसमें सैकड़ों लोग मारे जाते हैं. सितंबर 2015 में हज के दौरान मची भगदड़ में 717 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 863 लोग घायल हो गए थे. यह हादसा मक्का शहर से लगभग 6-7 किलोमीटर दूर स्थित मीना शहर में ‘शैतान को कंकड़ मारने’ की धार्मिक प्रथा के दौरान हुआ था.