गरियाबंद: जिले का राजापड़ाव क्षेत्र बरसात के साथ ही मुसीबत से घिर जाता है. बारिश के दिनों में नदी नाले उफान पर रहने से कई गांवों का संपर्क टूट जाता है. बारिश के कारण 15 गांवों का संपर्क जिला मैनपुर मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है. बारिश के दिनों में अक्सर यही स्थिति रहती है. स्कूल आने जाने वाले बच्चे और टीचर्स के साथ ही मरीजों को ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है.
गरहीडीह और बाघ नाला में काफी परेशानी. टीचर और पढ़ने वाले बच्चों को काफी परेशानी हो रही है. नाला भरने से मरीज भी अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं. इस समस्या के बारे में सरकार को गंभीरता से लेने की जरूरत है. –सुनील मरकाम, सरपंच, शोभा क्षेत्र
गरियाबंद का राजापड़ाव काफी संवेदनशील क्षेत्र है. बरसात के दिनों में यहां के 5 नालों अड़गड़ी नाला, जड़ी नाला, शोभा नाला, बाघ नाला, गढा नाला के लिए पुल की स्वीकृति मिल गई है. कल शिविर लगना था लेकिन बारिश के कारण पूरा क्षेत्र टापू में बदल गया, जिससे प्रशासन को शिविर को रद्द करना पड़ा. -संजय नेताम, उपाध्यक्ष, जिला पंचायत, गरियाबंद
सात बार टेंडर जारी होने के बाद भी नहीं मिली स्वीकृति: राजापड़ाव गोरगांव मार्ग पर पड़ने वाले बाघ नाले में पुल निर्माण को लेकर सेतु निर्माण विभाग के SDO संतोष कुमार का कहना कि “राजापड़ाव गोरगांव मार्ग पर बाघ नाला पर पुल का निर्माण होना है. सात बार टेंडर जारी किए गए हैं. हाई टेंडर रेट होने के कारण स्वीकृति नहीं मिली है. फिर से निविदा जारी किया जा रहा है. जैसे ही टेंडर पास हो जाएगा, पुल निर्माण का काम शुरू हो जाएगा. ” नाले में पुल निर्माण नहीं होने को लेकर इस बात की भी चर्चा है कि नक्सल प्रभावित होने के कारण ठेकेदार यहां काम करने से पीछे हट रहे हैं.