गौरेला-पेंड्रा-मरवाही: छत्तीसगढ़ में हिंदी पत्रकारिता के जनक और प्रख्यात साहित्यकार पंडित माधवराव सप्रे की 154वीं जयंती के अवसर पर गुरुवार को माधवराव सप्रे प्रेस क्लब सह वाचनालय में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान पत्रकारों, जनप्रतिनिधियों, विद्यार्थियों और गणमान्य नागरिकों ने सप्रे जी के योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों की भागीदारी
संगोष्ठी में पेंड्रा नगर पालिका अध्यक्ष राकेश जालान, जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा उपेंद्र बहादुर सिंह, जिला कांग्रेस अध्यक्ष उत्तम वासुदेव, वरिष्ठ रामनिवास तिवारी, प्रशांत श्रीवास, जिले के वरिष्ठ पत्रकार और वाचनालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं शामिल हुए.कार्यक्रम में सप्रे जी की पत्रकारिता और साहित्यिक योगदान पर विस्तार से चर्चा हुई.
सप्रे जी के योगदान को किया याद
जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा उपेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि पंडित माधवराव सप्रे ने पेंड्रा से छत्तीसगढ़ मित्र पत्रिका की शुरुआत की थी, जिसने छत्तीसगढ़ में हिंदी पत्रकारिता की नींव रखी.उन्होंने यह भी साझा किया कि सप्रे जी ने उनके दादा और पिता राजा अमोल बहादुर सिंह को शिक्षा प्रदान की थी.
नगर पालिका अध्यक्ष राकेश जालान ने कहा कि पेंड्रा से छत्तीसगढ़ मित्र का प्रकाशन स्थानीय लोगों के लिए गौरव का विषय है.वरिष्ठ नागरिक रामनिवास तिवारी, अखिलेश नामदेव, दुर्गेश बिसेन आकाश पवार अभिषेक गुप्ता और अन्य पत्रकारों ने भी सप्रे जी की निर्भीक पत्रकारिता और साहित्यिक अवदान पर अपने विचार व्यक्त किए.
वाचनालय के लिए सहयोग की घोषणाएं
कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष उपेंद्र बहादुर सिंह ने वाचनालय में अतिथि कक्ष निर्माण के लिए लोक निर्माण मंत्री से स्वीकृति दिलाने की घोषणा की.नगर पालिका अध्यक्ष राकेश जालान ने वाचनालय और प्रेस क्लब को हर संभव सहयोग का वादा किया.पार्षद एवं पत्रकार मनीष श्रीवास ने वाचनालय में पुस्तकों के लिए अपनी पार्षद निधि से 50,000 रुपये के सहयोग की घोषणा की.
कार्यक्रम में सुभाष अग्रवाल, अखिलेश नामदेव, शरद अग्रवाल, दुर्गेश सिंह बिसेन, मुकेश विश्वकर्मा, रामेश्वर तिवारी, आकाश पवार, उज्ज्वल तिवारी, प्रवेश शर्मा, सुबीर चौधुरी, अरविंद सिंह बनाफर, संदीप अग्रवाल, जितेंद्र सोनी, संजय ठाकुर, आयुष्मान शर्मा, प्रशांत डेनियल, अभिषेक गुप्ता, विपत सारथी, शिवेंद्र तिवारी सहित अन्य पत्रकार मौजूद रहे। वाचनालय की संचालिका और छात्र-छात्राएं भी कार्यक्रम का हिस्सा बने.कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन सुभाष अग्रवाल ने किया.
सप्रे जी की विरासत को संजोने की अपील
वक्ताओं ने सप्रे जी की पत्रकारिता और साहित्यिक विरासत को संजोने की अपील की.कार्यक्रम ने न केवल सप्रे जी के योगदान को उजागर किया, बल्कि युवा पत्रकारों और विद्यार्थियों को उनके आदर्शों से प्रेरित होने का अवसर भी प्रदान किया.