जिम में अक्सर लोग स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करते हैं. ज्यादातर लोग अपनी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग में वेट लिफ्टिंग को जरूर शामिल करते हैं. लेकिन कई बार छोटी सी चूक उनकी जान पर बन आती है. हाल ही में बीकानेर से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें 17 साल की जूनियर नेशनल गेम्स की गोल्ड मेडलिस्ट की वेट लिफ्टिंग के दौरान मौत हो गई.
रिपोर्ट्स की मानें को वेट लिफ्टिंग के दौरान उनकी गर्दन पर 270 किलो वजन वाली रॉड गिर गई थी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि अपने बॉडी वेट के अनुसार कितना वेट उठाना चाहिए. इसके साथ ही, वेट लिफ्टिंग के दौरान किन-किन बातों का भी ध्यान रखना चाहिए. आइए एक्सपर्ट से जानने से जानते हैं इन सारे सवालों के जवाब…
कितना वजन उठाएं
मल्टीफिट में हेड कोच अभिषेक भदौरिया कहते हैं कि वेट लिफ्टिंग का यह मतलब नहीं है कि आप अपने शरीर की क्षमताओं से ज्यादा वजन उठाएं. वेट लिफ्टिंग के लिए आपकी बॉडी और मसल्स का पूरी तरह से फिट होना बहुत जरूरी है. एक्सपर्ट कहते हैं कि अगर आप पहले से मसल्स या स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर रहे हैं तो अपने वजन के हिसाब से एक रिपीटीशन में 60 से 80 फीसदी तक वेट उठाया जा सकता है.
अगर आपका वजन 100 किलो है कि एक रिपीटीशमन मैक्स आप 60 या 80 किलो तक वजन उठा सकते हैं. लेकिन यह आपके फिटनेस लेवल पर भी निर्भर करता है.
शुरुआत में कितना वजन उठाएं
हेड कोच अभिषेक भदौरिया कहते हैं कि अगर आप वेट लिफ्टिंग में नए हैं तो कम वजन उठाने से शुरुआत करें.अगर आपका वेट 70 किलो है तो आप 35 से 40 किलो के बीच वजन उठाएं. यानी अगर आपका बॉडी वेट कम है और आप मसल्स बनाने पर काम कर रहे हैं, तो आपको हल्के वजन से शुरुआत करनी चाहिए.
हफ्ते के नियम को करें फॉलो
हर हफ्ते आप धीरे-धीरे वजन बढ़ा सकते हैं. शुरुआत में हल्का वजन उठाने के बाद धीरे-धीरे वजन बढ़ाना फायदेमंद होता है, ताकि आपकी मांसपेशियां मजबूती से विकसित हो सकें. एक्सपर्ट यह भी कहते हैं कि अपनी डाइट में प्रोटीन वाली चीजों को शामिल करें, जिससे आपको एनर्जी मिलेगी.