छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सल संगठन को एक बार फिर से झटका लगा है। बीजापुर में एनकाउंटर के डर और मुख्यधारा में लौटने पति-पत्नी समेत कुल 19 माओवादियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ पुलिस के सामने हथियार डाल दिए। सरेंडर करने वाले नक्सली AOB यानी आंध्र-ओडिशा बॉर्डर और पामेड़ एरिया कमेटी के हैं।
इन 19 नक्सलियों में से 9 नक्सलियों पर 28 लाख रुपए का इनाम घोषित है। सिर्फ पति-पत्नी ही 8-8 लाख रुपए के इनामी हैं। ये दोनों नक्सलियों के बटालियन नंबर 1 में सक्रिय थे। नक्सल कमांडर हिड़मा और देवा जैसे हार्डकोर नक्सलियों के साथ काम कर चुके हैं। ऐसे में पुलिस इनके सरेंडर को बड़ी सफलता मान रही है।
इस कैडर के नक्सलियों का हुआ सरेंडर
दरअसल, सरेंडर करने वालों में PLGA बटालियन के PPCM कैडर के 2, पामेड़ एरिया कमेटी के ACM कैडर के 1, AOB डिवीजन प्लाटून नंबर-1 की पार्टी सदस्य 1, मिलिशिया प्लाटून कमांडर 1, जनताना सरकार अध्यक्ष,1, डीएकेएमएस अध्यक्ष-4, मिलिशिया प्लाटून डिप्टी कमांडर-2, जनताना सरकार सदस्य-4, डीएकेएमएस सदस्य-5 शामिल हैं।
ये हैं 9 इनामी नक्सली
देवा पदम, बटालियन नंबर 1 PPCM, 8 लाख का इनामी
दुले कलमू पति देवा पदम, बटालियन नंबर 1 PPCM, 8 लाख का इनाम
सुरेश कट्टाम, ACM, 5 लाख का इनामी
सोनी पूनेम, AOB डिवीजन अंतर्गत प्लाटून नंबर 1 पार्टी सदस्य, 2 लाख का इनाम
नारायण कट्टाम, आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष, 1 लाख का इनामी
अंदा माड़वी, आरपीसी मिलिशिया प्लाटून कमांडर, 1 लाख का इनामी
बामी कुहरामी, आरपीसी DAKMS अध्यक्ष, 1 लाख का इनाम
शंकर कड़ती, DAKMS अध्यक्ष, 1 लाख का इनामी
मुन्ना पोड़ियाम, DAKMS अध्यक्ष, 1 लाख का इनामी
SP बोले- हथियार डाल मुख्यधारा में लौटे नक्सली
बीजापुर SP डॉ जितेंद्र कुमार यादव ने नक्सलियों से अपील की है कि वे सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ उठाएं और समाज की मुख्यधारा में शामिल हो जाएं। उन्होंने कहा कि, सरकार की पुनर्वास नीति के तहत मिलने वाले फायदों ने कई नक्सलियों को आकर्षित किया है। नक्सलियों के परिवार के सदस्य भी उन्हें वापस लाना चाहते हैं और उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं।