उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए अब बाबा विश्वनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने वाले भक्तों को प्रसाद रूपी स्मृति चिन्ह के रूप में नई सौगात देने जा रही है. ये फैसला महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने में भी मददगार साबित होगा. मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं अभिनव परियोजना पर काम कर रही हैं.
मातृशक्ति भगवान शिव को चढ़ाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के प्रसाद और काशी की स्थानीय विशेषताओं को एक साथ समेट कर 11 अनमोल धार्मिक उपहार तैयार करेंगी. इन उपहारों को एक आकर्षक तरीके से पैक किया जाएगा, जिसे भक्तगण और पर्यटक स्मृति चिह्न के रूप में खरीद कर अपने साथ ले जा सकेंगे. ऐसा कहा जा रहा है कि इस कार्य से स्वयं सहायता समूह की लगभग 100 महिलाओं को रोजगार मिलेगा
सीडीओ ने बताया कि इस गिफ्ट पैक की सामग्री और सैलिंग पाईंट आदि पर विचार विमर्श चल रहा है. अंतिम फैसला होते ही इसे मार्कित में लोंच कर दिया जाएगा. साथ ही फैसला लागू होने पर इसकी कीमत भी तय हो जाएगी. आईये जानते हैं कि इस एकादश उपहार में आखिर क्या-क्या होगा. उपहार में कुल 11 चीजे शामिल होगी, जिसमें चंदन, रुद्राक्ष की माला, अक्षत, पवित्र गंगाजल की शीशी, प्रसाद, अगरबत्ती, धूपबत्ती, शिवलिंग, श्री यंत्र, रोली और बाबा को चढ़ा हुआ भस्म होगा.
आर्थिक रूप से सशक्त होंगी महिलाएं
योगी सरकार के इस नवीन प्रयोग से महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त और संपन्न बनेगी. उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के उपायुक्त पवन कुमार सिंह ने बताया कि यह उपहार का पैक न केवल भक्तों को आकर्षित करेगा,बल्कि पर्यटकों को भी लुभाएगा. यह उन्हें काशी की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रामाणिक पहचान अपने साथ ले जाने का मौका देगा. इससे स्थानीय पर्यटन उद्योग को भी परोक्ष रूप से बढ़ावा मिलेगा. इस उपहार के पैक की एक फोटो भी सामने आई है, जो कि देखने में बेहद सुंदर लग रही है.