मध्य प्रदेश के इंदौर में डिजिटल अरेस्ट (digital arrest) कर एक बुजुर्ग के साथ ठगी का मामला सामने आया है. यहां साइबर अपराधियों ने बुजुर्ग से 40 लाख रुपये ठग लिए. ठगी का शिकार हुए सीनियर सिटीजन एक प्राइवेट कंपनी में कार्यरत हैं. उन्होंने क्राइम ब्रांच में रिपोर्ट दर्ज करवाकर कहा कि उनके पास एक कॉल आया था. कॉल करने वाले बैंक खाते में बड़ी राशि के लेनदेन के बारे में बताया था. इसी के साथ उसने रकम ट्रांसफर करने को कहा.
इस घटनाक्रम के बारे में एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि कॉल करने वाले ने सीनियर सटीजन से कहा कि तुम्हारे बैंक अकाउंट में 2 करोड़ रुपये से अधिक का ट्रांजेक्शन हुआ है, जिसका आपको 15 प्रतिशत कमीशन मिला है. आपको एक अकाउंट में रुपये ट्रांसफर करने हैं. यदि आपका पैसा लीगल हुआ तो आपकी रकम आपको लौटा दी जाएगी.
कॉल करने वाले ने ये भी कहा कि हमारे अधिकारी से बात कीजिए. इसके बाद सीनियर सिटीजन को वॉट्सएप कॉल पर जोड़ दिया गया और फिर उन्हें डराया गया. साइबर ठगों ने उन्हें एक फर्जी अधिकारी से बात कराई. इसके बाद सीनियर सिटीजन को धमकाकर रुपये ट्रांसफर करने पर मजबूर किया.
पिछले तीन महीने में इंदौर में इस तरह की करीब 40 घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें अपराधियों ने करोड़ों रुपये ठगे हैं. क्राइम ब्रांच अब आरोपियों के बैंक खातों को सीज करने में जुटी है. पुलिस ने साइबर ठगी से सतर्क रहने और किसी भी अनजान कॉल पर निजी या बैंकिंग जानकारी साझा न करने की अपील की है.