छत्तीसगढ़ की न्यायधानी में सरकारी नौकरी लगवाने और ट्रांसफर करवाने का झांसा देकर 20 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठग ने खुद को डीएसपी बताकर इस वारदात को अंजाम दिया है। ठगी का शिकार एक रिटायर्ड कर्मचारी हुआ है। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी ठग को गिरफ्तार कर लिया है।
रिटायर्ड कर्मचारी एम.ए. सिद्दीकी की पहचान बीते दिनों अफसर खान नाम के युवक से हुई थी। युवक ने खुद को डीएसपी बताते हुए उनसे जान-पहचान बढ़ाई।
इस दौरान अफसर खान को पता चला कि रिटायर्ड कर्मचारी अपनी बेटी की नौकरी और बेटे के ट्रांसफर का प्रयास कर रहे हैं। उसने अपने पद और पहुँच का झांसा देते हुए रिटायर्ड कर्मचारी की बेटी की नौकरी एसईसीएल में लगवाने और बेटे का वेटरनरी कॉलेज राजस्थान से अंजोरा, दुर्ग ट्रांसफर करवाने का दावा किया।
ठग ने इस झांसे में लेकर अलग-अलग किश्तों में 20 लाख रुपये ठग लिए। इस दौरान कोल इंडिया के फर्जी दस्तावेज़ फर्जी नियुक्ति पत्र और ट्रांसफर के जाली कागज़ भी रिटायर्ड कर्मचारी को भेजे गए ताकि वे विश्वास कर लें।
पुलिस जांच में सामने आया है कि अफसर खान का परिवार लंबे समय से इसी तरह की ठगी में लिप्त है। उसका कोई स्थायी रोजगार नहीं है और पूर्व में उसके पिता पर भी खुद को फॉरेस्ट रेंजर बताकर ठगी करने का आरोप लग चुका है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी अफसर खान को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई जारी है।