मध्यप्रदेश सरकार ने मंगलवार को 24 आईएएस अधिकारियों के तबादले किए हैं, जिसमें 12 जिलों के कलेक्टरों की भी नियुक्ति बदली गई। पन्ना, पांढुर्णा, सिवनी, मुरैना, डिंडोरी, अलीराजपुर, निवाड़ी, भिंड, सिंगरौली, छिंदवाड़ा और रतलाम जिलों के कलेक्टर बदले गए। इस कदम के पीछे अगले सप्ताह आयोजित होने वाली कलेक्टर-कमिश्नर कांफ्रेंस को ध्यान में रखा गया है।
भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव को अवैध रेत खनन मामले में विधायक से विवाद के चलते हटाया गया। वहीं डिंडौरी में विवादों में घिरी कलेक्टर नेहा मारव्या सिंह को भी बदला गया। छिंदवाड़ा कलेक्टर शीलेंद्र सिंह को मंत्रालय में पदस्थ किया गया। उषा परमार और नीरज कुमार वशिष्ठ को पहली बार कलेक्टर बनाया गया है। सरकार ने वर्ष 2016 बैच के अधिकारियों को कलेक्टर बनाकर उन पर भरोसा जताया है।
अधिकारी बदलने की प्रक्रिया में उन अधिकारियों को प्राथमिकता दी गई, जिनके खिलाफ शिकायतें या विवाद थे। इसके अलावा जिन अधिकारियों को वरिष्ठ होने के बावजूद अब तक कलेक्टर नहीं बनाया गया था, उन्हें भी मौका दिया गया। नीरज कुमार वशिष्ठ पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ थे।
तबादलों में कुछ प्रमुख पदस्थापना इस प्रकार रही:
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सुरेश कुमार, कलेक्टर पन्ना → आयुक्त, चंबल संभाग मुरैना
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शीलेंद्र सिंह, कलेक्टर छिंदवाड़ा → अपर सचिव, नगरीय विकास एवं आवास
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नेहा मारव्या, कलेक्टर डिंडौरी → संचालक, विमुक्त घुमंतु एवं अर्धघुमंतु जनजाति
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संजीव श्रीवास्तव, कलेक्टर भिंड → अपर सचिव, पीडब्ल्यूडी
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उषा परमार, अपर आयुक्त भोपाल संभाग → कलेक्टर पन्ना
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नीरज कुमार वशिष्ठ, संचालक, विमुक्त घुमंतु एवं अर्धघुमंतु जनजाति → कलेक्टर पांढुर्णा
इस बदलाव के पीछे मुख्य उद्देश्य त्योहारी सीजन में प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत करना और विवादित मामलों को सुलझाना है। सरकार ने वरिष्ठ अधिकारियों के अनुभव और नए अधिकारियों की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया।