मध्य प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए सरकार जहां एक ओर निवेश को प्रोत्साहित कर रही है, तो दूसरी ओर विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर भर्तियां की जा रही हैं।
इसके बाद भी प्रदेश में रोजगार की आकांक्षा रखने वालों की संख्या 30 जून 2025 की स्थिति में 25,68,321 है। इस अवधि में पिछले वर्ष यह संख्या 25,82,759 थी यानी बीते एक वर्ष में रोजगार पोर्टल पर दर्ज 14,438 पंजीकृत आकांक्षी युवाओं की संख्या कम हुई है।
यह जानकारी विधानसभा में कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री गौतम टेटवाल ने दी। कांग्रेस विधायक बाला बच्चन के प्रश्न के लिखित उत्तर में विभागीय मंत्री ने बताया कि 2023-24 में रोजगार पोर्टल पर दर्ज आकांक्षी युवाओं की संख्या 35,73,694 थी। यह 2024-25 में घटकर 25,82,759 रह गई यानी 9,90,935 कम हो गए।
ये कहां गए, इनका क्या हुआ, किस क्षेत्र में रोजगार मिला, इसकी कोई जानकारी नहीं है। सर्वाधिक बेरोजगार पिछड़ा वर्ग के युवा हैं। 2023 में इनकी संख्या 14,11,626 थी, जो 2024 में घटकर 10, 17,519 हो गई। 2025 में यह फिर बढ़ी और 10, 46,106 पहुंच गई। अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग में देखा जाए तो अनुसूचित जाति वर्ग में युवा आकांक्षी अधिक हैं।
स्नातक, स्नातकोत्तर बेरोजगार अधिक
शैक्षणिक योग्यता के हिसाब से देखा जाए तो स्नातक करने के बाद रोजगार की तलाश करने वाले युवाओं की संख्या सर्वाधिक है। जून 2025 की स्थिति में 8,30,618 स्नातक रोजगार के आकांक्षी थे। इसी तरह 12वीं के बाद रोजगार के लिए 6,22,587 ने रोजगार पोर्टल पर पंजीयन कराया। स्नातकोत्तर करने के बाद 2,38,079 युवाओं ने रोजगार की इच्छा जताई। इसमें 86,535 इंजीनियरिंग और 74,831 आईटीआई करने वाले युवा भी शामिल हैं।
शैक्षणिक योग्यता के आधार पर स्थिति
- 10वीं: 1,76,683 बेरोजगार
- 12वीं: 6,22,587
- स्नातक: 8,30,618
- स्नातकोत्तर: 2,38,079
- इंजीनियरिंग: 86,535
- आईटीआई: 74,831
- पॉलिटेक्निक: 20,496
- एमबीए: 18,889
- फार्मेसी: 17,354
- एमबीबीएस: 4,811