टेक्नोलॉजी सेक्टर में छंटनियों की सुनामी आ चुकी है. दुनियाभर में IT कंपनियां कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने में लगी हैं. दरअसल, अपने ग्लोबल ऑपरेशंस के कुछ डिविज़न्स बंद करके नौकरियों पर तलवार चलाई जा रही है. बीते महीने यानी अगस्त में 27 हजार से ज्यादा कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है.
बड़े-बड़े नामों वाली Intel, IBM, और Cisco Systems जैसी कंपनियों ने कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. आइए जानते हैं कि किन कंपनियों ने पिछले महीने कितने लोगो की छंटनी की है. अगस्त में टेक सेक्टर की 40 से ज़्यादा कंपनियों ने छंटनी का ऐलान किया है.
इस साल अबतक 1.30 लाख नौकरी से बाहर
बता दें, साल 2024 में अब तक 1.36 लाख से ज़्यादा टेक प्रोफेशनल्स को नौकरी से निकाला जा चुका है. अगस्त में दुनिया की सबसे बड़ी चिप निर्माता कंपनियों में से एक इंटेल ने अपने कुल वर्कफोर्स का 15 फ़ीसदी यानी 15 हज़ार कर्मचारियों की छंटनी कर दी. कंपनी ने ये कदम 2025 तक 10 अरब डॉलर की लागत कम करने के लिये उठाया है.
लागत में कटौती और अपनी रणनीति में बड़े बदलाव के लिए इंटेल ऐसे मुश्किल फ़ैसले लेने को मजबूर हुई है. इसके बाद नेटवर्किंग की दुनिया के बड़े नाम सिस्को सिस्टम्स (Cisco Systems) ने भी 7 फ़ीसदी वर्कफोर्स यानी 6000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है.
कंपनी का फोकस अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और साइबर सिक्योरिटी सेक्टर्स पर है. इसके अलावा जिन बड़ी कंपनियों ने छंटनी का ऐलान किया है, उनमें IBM ने चीन में अपने R&D ऑपरेशंस बंद करके 1000 से ज़्यादा कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया.
Apple कंपनी में छंटनी
आईफोन मेकर ऐपल ने अपनी सर्विसेज ग्रुप से 100 कर्मचारियों की छंटनी की है. डेल ने भी अपनी वैश्विक वर्कफोर्स में 10 परसेंट की कटौती करने का फैसला लिया है, जिससे 12,500 कर्मचारियों पर असर हो सकता है.
गोप्रो ने भी 15 फ़ीसदी वर्कफोर्स यानी 140 नौकरियों का ख़त्म कर दिया है. टेक्नोलॉजी सेक्टर में छंटनी का ये दौर आगे भी जारी रहने की आशंका है. यह संख्या बढ़ सकती है. ऐसे में बेरोज़गारों की बढ़ती संख्या बड़ी मुसीबत की वजह बन सकती है.