साल 2020 में यूनाइटेड किंगडम में 28 साल की सजा पाए एक हत्यारे को भारत-ब्रिटेन समझौते के तहत शेष सजा काटने के लिए गुजरात लाया गया है. अपराधी के माता-पिता द्वारा दायर अपील के बाद ब्रिटेन सरकार ने उसे स्थानांतरित करने पर सहमति व्यक्त की थी. इस अपील में कहा गया था कि गुजरात के वलसाड जिले के रहने वाले उनके बेटे को सूबे में शेष सजा काटने की अनुमति दी जाए. अपराधी का नाम जिगुकुमार सोरथी (27) है.
सूरत पुलिस मंगलवार को सोरथी को दिल्ली से लाजपुर सेंट्रल जेल लेकर आई है. पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि उसे 2020 में ब्रिटेन के लीसेस्टर शहर की एक अदालत ने अपनी पूर्व मंगेतर की हत्या के लिए 28 साल जेल की सजा सुनाई थी. सोमवार को ब्रिटिश अधिकारी वलसाड के उमरगाम तालुका के कलगाम गांव के मूल निवासी सोरथी को लेकर नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरे.
पुलिस आयुक्त ने बताया कि उसे सूरत पुलिस की एक टीम के साथ जेल अधिकारियों को सौंप दिया गया. इस टीम का नेतृत्व सहायक पुलिस आयुक्त कर रहे थे. उन्होंने बताया, “वलसाड के कलगाम के मूल निवासी सोरथी को 2020 में ब्रिटेन की एक अदालत ने अपनी पूर्व मंगेतर की हत्या के लिए दोषी ठहराया था. उसने वहां अपनी सजा के चार साल काटे थे. अब वो शेष सजा (24 साल) लाजपुर जेल में काटेगा.”
सितंबर 2020 में ब्रिटेन में चले मुकदमे के दौरान अपराधी को अपनी अलग हो चुकी मंगेतर भाविनी प्रवीण की हत्या का दोषी पाया गया था. उसने मार्च 2020 में लीसेस्टर में अपने घर पर अपनी शादी की योजना को लेकर कुछ मतभेदों के चलते उस पर कई बार चाकू से हमला किया. कुछ घंटों बाद उसने स्थानीय पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. थाने में जाकर अपना अपराध स्वीकार कर लिया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिगुकुमार सोरथी ने साल 2017 में भारत में भाविनी प्रवीण के साथ कोर्ट मैरिज की थी. वो अगस्त 2018 में पति-पत्नी वीजा पर इंग्लैंड गया था. वहां भाविनी से हिंदू रीति-रिवाज से शादी करने की योजना बना रहा था, लेकिन उसके परिवार ने मना कर दिया. इसे लेकर दोनों के बीच बहुत बहस हुई. इस दौरान नाराज होकर उसने चाकू से उसके उपर जानलेवा हमला कर दिया था.