कोरबा: जिले के 65 धान उपार्जन केंद्रों में किसानों से धान की खरीदी की की प्रक्रिया 14 नवंबर से ही शुरू हो चुकी है. सरकार समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीद रही है. जिला प्रशासन की तरफ से धान खरीदी केंद्रों में किसानों की कुल उपज की खरीदी के लिए ऑनलाइन टोकन वितरण, बारदाने की उपलब्धता, इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन से तौलाई, शीघ्रता से भुगतान की समुचित व्यवस्था की गई है. कोरबा जिले में 55 हजार से ज्यादा किसान धान बेचने के लिए पंजीकृत हैं.
अब तक इतने धान की खरीदी पूरी : जिले में अब तक 607 पंजीकृत किसानों से 29056.40 क्विंटल धान की खरीदी पूरी कर ली गई है. किसानों से 3100 रुपये प्रति क्विंटल और प्रति एकड़ 21 क्विंटल की दर से धान खरीदी की जा रही है. धान बेचने के 72 घंटे के भीतर किसानों के बैंक खातें में राशि स्थानांतरित किए जाने के स्पष्ट आदेश है. किसानों की सहूलियत के लिए सरकार की तरफ से ऑनलाइन टोकन की नई व्यवस्था की गई है. मोबाइल के माध्यम से टोकन तुंहर हाथ एप के माध्यम से किसान धान बिक्री के लिए घर से ही ऑनलाइन टोकन ले रहे हैं.
माइक्रो एटीएम की भी मिल रही सुविधा : किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए धान उपार्जन केंद्रों में माइक्रो एटीएम की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई हैं. जहां किसान 10 हजार रुपये तक अधिकतम राशि का आहरण कर सकता है.
नियमों के तहत की जा रही धान की खरीदी : धान खरीदी के नोडल अधिकारी व जिला खाद्य अधिकारी घनश्याम कंवर ने बताया कि समितियों से व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है. प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदने के स्पष्ट आदेश हैं. इसके लिए किसानों को किसी भी तरह के कोई सत्यापन की भी जरूरत नहीं है. यदि किसान कहता है कि उसने एक एकड़ में 21 क्विंटल धान उगाया है, तो इतने ही मात्रा का टोकन दिया जा रहा है. अवैध धान की आवक को रोकने के लिए शक होने पर ही किसानों के द्वारा बताए गए उपज का सत्यापन कराया जाएगा.