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कार में 5 लाशों के बीच 6 साल की मासूम…मशीन गन से 335 राउंड फायरिंग, 9 महीने बाद फिर चर्चा में हिंद रजब की हत्या

29 जनवरी 2024…गाजा के लोग युद्ध के बीच सुरक्षित ठिकाने तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल था. काले रंग की एक कार जिसमें एक 6 साल की बच्ची हिंद रजब, उनके चाचा-चाची और 3 कजन सवार थे, वह गाजा के पूर्व की ओर अल-अहली अस्पताल में शरण लेने जा रहे थे. इजराइली सेना ने गाजा के पश्चिम में बसे लोगों को इलाका खाली कर दक्षिण की ओर जाने को कहा था. जिससे वह हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई तेज कर सकें.

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गाजा में जंग को शुरू हुए 4 महीने ही हुए थे लेकिन गाजा खंडहर में तब्दील होने लगा था, ज्यादातर इमारतें हवाई हमलों में तबाह हो चुकी थीं और लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित ठिकानों की तलाश में भाग रहे थे. हिंद रजब की मां विसाम ने कुछ महीने पहले मीडिया से बातचीत में बताया था कि कड़ाके की ठंड और बारिश के चलते उन्होंने अपनी मासूम बच्ची को उसके चाचा-चाची के परिवार के साथ कार में भेजने का फैसला किया. उन्हें लगा कि थोड़ी देर बाद वह अपनी बच्ची से दोबारा मिलेंगी लेकिन उनका ये इंतजार अब कभी खत्म नहीं होगा.

घटना का AI जेनरेटेड वीडियो जारी

हिंद रजब का परिवार भी उनमें से एक था, लेकिन इससे पहले कि वो किसी सुरक्षित ठिकाने तक पहुंच पाते इजराइली हमले में वो सभी मारे गए. दरअसल जब इजराइली टैंकों ने उस कार पर गोलियां बरसाईं तो कार में सवार 6 साल की बच्ची हिंद रजब फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी (PRCS) से मदद की गुहार के लिए फोन पर बात कर रही थी, टैंक की गड़गड़ाहट और गोलियों की बौछार के बीच मासूम की आवाज़ खामोश हो गई. जिसके कुछ दिनों बाद PRCS ने इस बातचीत का पूरा ऑडियो जारी किया था, हाल ही में टर्किश ब्रॉडकास्टर TRT वर्ल्ड ने घटना के ऑडियो का इस्तेमाल कर एक AI वीडियो जेनरेट किया है जिससे दुनिया को पता चल सके कि आखिर हिंद रजब के साथ उस दिन क्या हुआ था?

मदद के लिए रेड क्रिसेंट से किया था संपर्क

जब हिंद रजब अपने चाचा-चाची के परिवार के साथ कार में सुरक्षित ठिकाने की ओर जा रहीं थीं तो इजराइली टैंकों ने कार पर गोलीबारी की. हिंद रजब के चाचा-चाची और दो कजन पहले ही मारे गए. वहीं उनके साथ कार में मौजूद 15 साल के लायन हमदाह ने फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी को कॉल लगाया. हमदाह ने ऑपरेटर से कहा ‘वो हम पर गोलियां चला रहे हैं. टैंक ठीक मेरे बगल में है, हम कार में हैं और टैंक ठीक हमारे बगल में मौजूद है.’

लाशों के बीच कार में अकेली थीं हिंद रजब

बातचीत के दौरान हमदाह चिल्ला रहे थे और मशीन गन से गोलियों की तड़तड़ाहट सुनाई दे रही थी, जब ऑपरेटर ने दोबारा कॉल किया तो 15 साल के हमदाह भी इजराइली हमले में मारे जा चुके थे. 6 साल की हिंद रजब ने कॉल उठाकर ऑपरेटर को बताया कि कार में मौजूद बाकी सभी लोग मारे जा चुके हैं, सिर्फ वही जिंदा बची हैं. रजब ने बताया कि इजराइली टैंक लगातार कार के नजदीक आ रहा है.

हिंद रजब PRCS के ऑपरेटर के साथ कॉल पर करीब 3 घंटे रहीं, रजब ने कहा ‘मुझे बहुत डर लग रहा है, प्लीज आइए और मुझे यहां से लेकर जाइए, प्लीज.’ रजब ने ऑपरेटर से पूछा कि क्या वो उन्हें लेने आ रहीं हैं? ऑपरेटर ने हिंद रजब को कार में छिपने के लिए कहा और एक PRCS का एंबुलेंस उन्हें रेस्क्यू करने के लिए भेजा गया. इस दौरान इजराइली सेना ने पूरे इलाके को घेर रखा था, रेड क्रिसेंट के मुताबिक उन्होंने रजब की रेस्क्यू करने के लिए इजराइली सेना से संपर्क किया और कुछ घंटों बाद एंबुलेंस को एक निर्धारित रूट पर जाने की अनुमति दे दी गई जिससे वह हिंद रजब का रेस्क्यू कर सकें.

रेस्क्यू करने आई एंबुलेंस पर भी हमला

PRCS की एंबुलेंस, हिंद रजब की कार के करीब पहुंच चुकी थी, स्वास्थ्यकर्मियों ने कॉल पर बताया था कि उन्होंने हिंद रजब की कार को ढूंढ लिया है. PRCS के मुताबिक इससे पहले कि उनकी टीम मासूम बच्ची का रेस्क्यू कर पाते इजराइली सेना ने एंबुलेंस को भी निशाना बनाया. एंबुलेंस में मौजूद दो स्वास्थ्यकर्मी यूसुफ अल-जेईनो और अहमद अल-महदून भी इजराइली सेना की गोलीबारी में मारे गए.

गोलियों की तड़तड़ाहट के बीच खामोश हुई आवाज़

उधर हिंद रजब लगातार ऑपरेटर के साथ बातचीत में रोते हुए मदद की गुहार लगाती रहीं, वह कहती रहीं कि मुझे डर लग रहा है प्लीज मुझे यहां से निकालकर ले जाओ. इस दौरान इजराइली टैंक उनकी कार के और करीब आता रहा. ऑपरेटर ने बच्ची की घबराहट दूर करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना करने को कहा, वह प्रार्थना कर ही रहीं थीं कि इजराइली टैंक ने मशीनगन से एक बार फिर गोलियों की बौछार कर दी. इस बीच एक जोरदार धमाके की भी आवाज सुनाई पड़ी, इसके बाद फोन का कनेक्शन टूट गया.

कार पर 335 राउंड गोलियां चलाई गईं

12 दिन बाद जब इजराइली सेना उस इलाके से हटी तब जाकर हिंद रजब और उनके चाचा-चाची के परिवार का शव कार से बरामद किया गया. कार की खिड़कियों के शीशे पूरी तरह टूटे हुए थे, दरवाजों पर गोलियों के अनगिनत निशान थे और कुछ फीट की दूरी पर रेड क्रिसेंट का एंबुलेंस का मलबा बिखरा पड़ा था. जून में आई फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट के मुताबिक हिंद रजब और उनका परिवार जिस कार में सवार था उस पर 335 राउंड गोलियां चलाईं गई थीं.

UNHRC ने बताया था ‘युद्ध अपराध’

इसी साल जुलाई में संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद ने ‘हिंद रजब’ की हत्या को युद्ध अपराध बताया था. हालांकि इजराइली सेना इस घटना को लेकर दावा करती रही कि घटना के दौरान वह उस इलाके में कोई सैन्य कार्रवाई नहीं कर रहे थे. हालांकि कुछ दिनों पहले ही स्काई न्यूज ने सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए दावा किया है कि 29 जनवरी को तेल अल-हवा के करीब इजराइल के कम से कम 15 सैन्य वाहन मौजूद थे और रेड क्रिसेंट की एंबुलेंस पर जहां हमला हुआ वहां से महज 300 मीटर पर एक इजराइली टैंक सैटेलाइट तस्वीरों में दिखाई पड़ रहा है.

हिंद रजब और उनके चाचा-चाची के परिवार का शव घटना के 12 दिनों बाद 10 फरवरी को मिला था. तब इस घटना ने दुनियाभर का ध्यान खींचा था. अब जब इस घटना से जुड़ा AI वीडियो जारी किया गया है तो एक बार फिर 6 साल की बच्ची की मौत चर्चा में है. सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने TRT वर्ल्ड के इस AI जेनरेटेड वीडियो को शेयर किया है, जिससे दुनिया को पता चल सके कि आखिर 29 जनवरी को किस तरह हिंद रजब की हत्या हुई थी.

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