केरल के लोगों ने सऊदी अरब में मौत की सजा पाए एक शख्स को बचाने के लिए 34 करोड़ रुपए जुटाए हैं. शख्स का नाम अब्दुल रहीम है और वह कोझिकोड का रहने वाला है. 2006 में उस पर सऊदी के एक लड़के की मौत का आरोप लगा था. पिछले 18 साल से वह सऊदी की जेल में बंद है.
उसकी रिहाई के लिए बनाई गई एक्शन कमेटी 5 दिन पहले तक बहुत छोटी राशि जुटा पाई थी, लेकिन कैंपेन के बढ़ते ही दुनियाभर में रह रहे केरल के लोगों ने 34 करोड़ रुपए जुटाने में मदद की.
स्थानीय लोगों के मुताबिक, रहीम को सऊदी अरब के एक परिवार ने अपने 15 साल के स्पेशली एबल्ड बच्चे के ड्राइवर और केयरटेकर के तौर पर रखा गया था. 2006 में एक विवाद के दौरान रहीम की गलती से बच्चे के गले का पाइप अपनी जगह से हट गया. जब तक रहीम को यह समझ आया कि ऑक्सीजन की कमी से लड़का बेहोश हो गया है और उसे अस्पताल लेकर गया, तब तक लड़के की मौत हो गई.
लड़के की मौत के लिए रहीम को जिम्मेदार ठहराया गया और 2012 में उसे जेल में डाल दिया गया. उस लड़के के परिवार ने रहीम को माफी देने से इनकार कर दिया. सबसे पहले उसे 2017 में मौत की सजा दी गई, और उसके बाद 2022 तके इसे बरकरार रखा गया. उसके पास दो ही रास्ते थे, या तो सर कलम करवाकर मौत को चुने या 34 करोड़ ब्लड मनी का इंतजाम कर लड़के के परिवार को दे.
एक्शन कमेटी के सदस्यों ने बताया कि शीर्ष अदालतों ने रहीम की रिहाई की सभी अपीलों को खारिज कर दिया था, लेकिन बाद में परिवार ने ब्लड मनी के बदले उसे रिहा करने पर सहमति दी. इसके बाद रियाद की 75 संस्थाओं, केरल के बिजनेसमैन, कई राजनीतिक संस्थाओं और आम लोगों ने मिलकर पैसा जुटाने में मदद की.