बच्चे हों या फिर बड़े च्यूइंगम चबाने की आदत किसी को भी हो सकती है. लेकिन ये आदत आपकी जाने के लिए आफत भी हो सकती है. हाल ही में एक मामला सामने आया है जहां गले में च्युइंग चिपकने से 4 साल के बच्चे की मौत हो गई. कुछ लोग इसको फैशन और स्टाइल के लिए खाते हैं. वहीं कुछ लोगों को ये बस आदतन चबाने का शौक होता है. उनका मानना होता है कि ऐसा करने से मूड ठीक रहने में मदद मिलती है. हालांकि इसको चबाते समय सावधानी भी रखनी होती है. खासतौर पर अगर आपके बच्चे च्युइंग चबाते हैं तो आपको सावधान होने की जरूरत है. किन क्या आप जानते हैं कि यदि बच्चा च्यूइंगम निगल जाए तो क्या होता है? यह स्वास्थ्य पर ये कैसे प्रभाव डालती है? आइए जानते हैं इसके बारे में.
गले में च्युइंग फंसने से बच्चे ने तोड़ा दम
बर्रा जरौली फेस-1 में रहने वाले राहुल कश्यप के चार साल के बेटे अन्वित के गले में च्युइंग गम चिपकने से मौत हो गई. अन्वित ने रविवार शाम मोहल्ले की एक दुकान से च्युइंग गम खरीदकर खाया था. खाने के बाद बच्चे के गले में फंस गई और फिर उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी. बच्चे की हालत बिगड़ते ही मां सोनालिका ने उसे पानी पिलाया तो कुछ देर के लिए बच्चे को राहत जरूर मिली लेकिन फिर सांस लेने में और तकलीफ होने लगी. इसके बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया.
च्युइंग कैसे डालती है सेहत पर असर?
च्यूइंगम को घंटों चबाने के बाद भी इसके आकार में कोई बदलाव नहीं होता है. क्योंकि ये चिपचिपी और खिंचने वाली होती है. एक्सपर्ट के अनुसार अगर कोई गलती से च्यूइंगम निगल लेता है तो ये हमारे पेट की लाइनिंग में बनी रहती है. इसकी वजह से आंतों में ब्लॉकेज हो सकता है.
च्युइंग निगलने के बाद क्या होता है?
बता दें कि च्यूइंगम को पचाया नहीं जा सकता है. बता दें कि, च्यूइंगम जिस चीज से बनाई जाती है वह अघुलनशील होता है. इसलिए हमारा शरीर इसे ब्रेक करने के लिए डाइजेस्टिव एंजाइम प्रोड्यूस नहीं कर सकता है और ये हमारे इनटेक्ट से साथ-साथ पेट में बना रहता है. हालांकि कुछ घंटे या कुछ दिन में ही वह हमारे पाचन तंत्र से होते हुए मल के जरिए बाहर निकल जाती है.