गंजबासौदा में आगजनी के बाद 400 जवान तैनात:युवती की मौत के बाद भीड़ ने की थी तोड़फोड़; रेप और हत्या का आरोप

विदिशा जिले के गंजबासौदा से 25 किलोमीटर दूर उमरछा गांव में 20 साल की युवती की मौत के बाद तोड़फोड़ और आगजनी से माहौल तनावपूर्ण है। गांव में 2 क्विक रिस्पॉन्स की टीमें (50 जवान) और विदिशा जिले के करीब 400 जवान तैनात हैं। बुधवार को विदिशा एसपी रोहित काशवानी और भोपाल डीआईजी ओम प्रकाश त्रिपाठी ने यहां का दौरा किया।

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दरअसल, उमरछा गांव में मंगलवार दोपहर 2 बजे के बाद युवती का शव फंदे पर लटका मिला था। पुलिस इसे सुसाइड मान रही है। जबकि युवती के परिजनों ने गांव के ही एक युवक पर दुष्कर्म के बाद हत्या करने का आरोप लगाया है। मामले में युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके परिवार के बारे में फिलहाल कुछ पता नहीं चल पाया है।

युवती के छोटे भाई ने पुलिस को बताया, जब मैं घर पहुंचा, तब गांव का मुबारिक खान मेरे घर से भागते दिखा। अंदर जाकर देखा तो बहन फांसी के फंदे पर लटकी थी।

दैनिक भास्कर की टीम हालात जानने उमरछा गांव पहुंची तो करीब एक किलोमीटर पहले ही पुलिस ने रोक लिया। कुछ देर बातचीत करने के बाद अंदर जाने दिया।

पहले जानिए कैसे शुरू हुआ पूरा विवाद पुलिस ने कुरवाई में शव का पोस्टमॉर्टम कराया और शाम को परिजनों को सौंप दिया। रात होने के कारण परिजन ने अंतिम संस्कार नहीं किया। बुधवार सुबह धरने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली में शव रखकर गंजबासौदा ले जाने लगे। इसकी जानकारी जैसे ही कुरवाई, पठारी और बासौदा की पुलिस को लगी तो उन्हें बंजारी माता मंदिर के पास रोक दिया गया।

करीब 2 घंटे समझाइश के बाद परिजन माने और शव को अंतिम संस्कार के लिए वापस गांव ले गए। युवती की बहन ने बताया, हम अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे थे। तभी मेरे पति और कुछ लोगों ने बताया कि मस्जिद की तरफ से कुछ लोग पत्थर फेंक रहे हैं। हम अंतिम संस्कार की तैयारी में लगे हुए थे, इसलिए हमने कोई प्रतिक्रिया नहीं की। हालांकि मौके पर किसी तरह के पत्थर नहीं मिले हैं।

200 लोग गांव में घुसे और उत्पात मचाया गांव में घुसते ही ऐसा लग रहा था कि यहां कर्फ्यू लगा हो। हर तरफ पुलिस फोर्स नजर आ रहा था। रंगपंचमी के दिन कहीं कोई त्योहार मनाता नहीं दिखा। कुछ लोग मिले, लेकिन दहशत के कारण बात करने को तैयार नहीं हुए।

पहचान छिपाने की शर्त पर ग्रामीणों ने बताया कि युवती को दोपहर 2 बजे अंतिम संस्कार के लिए गांव के बाहर श्मशान ले जाया गया। इस बीच लगभग 2.30 बजे करीब 200 लोग आए। उन्होंने मुबारिक का घर पूछा और वहां तोड़फोड़ शुरू कर दी। उसके घर के बाहर खड़ी बाइक में आग लगा दी।

इसके बाद समुदाय विशेष के घरों की जानकारी लेकर 8 घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की। उपद्रवियों ने एक कार में भी आग लगा दी। ग्रामीणों ने बताया कि भीड़ में से ज्यादातर लोग पठारी और गंजबासौदा के थे।

एसपी ने पुलिस बल के साथ किया फ्लैग मार्च घटना की जानकारी मिलने पर गंजबासौदा एसपी रोहित काशवानी, एएसपी प्रशांत चौबे पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पूरे गांव में फ्लैग मार्च किया गया और लोगों से शांति बनाए रखने की बात कही। गंजबासौदा शहर, गंजबासौदा देहात, कुरवाई, पथरी, सिरोंज, सिविल लाइन और विदिशा से पुलिस बल बुलाया गया।

युवती के घर के बाहर और प्रमुख 6 गलियों में 4-4 पुलिस जवान तैनात किए गए। गांव के प्रवेश मार्गों पर भी पुलिस बल तैनात है। भोपाल डीआईजी ओम प्रकाश त्रिपाठी शाम 7 बजे गांव पहुंचे। करीब डेढ़ घंटे तक गांव में रहे। इसके बाद कुरवाई थाने पहुंचे।

एसडीएम ने बताया कि युवती के परिजन युवक का घर तोड़ने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में नियमानुसार जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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