गुजरात के बनासकांठा जिले के डीसा इलाके में एक डेयरी प्रोडक्ट बेचने वाली कंपनी के कैंपस से 4,000 किलो मिलावटी घी जब्त किया गया है, जिसकी कीमत करीब 17.5 लाख रुपये बताई जा रही है. यह घी त्योहारों के दौरान राजस्थान में बेचने के लिए भेजा जाना था.
लाइसेंस रद्द होने के बाद भी प्रोडक्शन होता था
गुजरात फूड एंड ड्रग्स कंट्रोल अथॉरिटी (FDCA) के मुताबिक, श्री नवकार डेयरी प्रोडक्ट्स नामक इस कंपनी का लाइसेंस 4 सितंबर 2023 को रद्द कर दिया गया था, क्योंकि यह खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम, 2011 के तहत जारी किए गए नोटिस का पालन नहीं कर रही थी. इसके बावजूद, यह कंपनी घी का उत्पादन कर रही थी.
11 सैंपल लैब भेजे गए
अधिकारियों ने जब अचानक छापेमारी की, तो वहां रात के समय घी बनाया जा रहा था. जांच में पता चला कि घी में सोयाबीन और इंटरएस्टरीफाइड वेजिटेबल फैट मिलाया गया था. प्रशासन ने 11 अलग-अलग ब्रांड्स के घी के सैंपल इकट्ठा कर लैब टेस्ट के लिए भेज दिए हैं.
पहले भी सामने आ चुका है मामला
FDCA ने बताया कि यह ट्रेडिंग फर्म पहले भी खाद्य मिलावट के मामलों में दोषी पाई गई है. इसे खाद्य तेल में मिलावट के लिए 1.25 लाख रुपये का जुर्माना और मिर्च पाउडर में रंग मिलाने के लिए 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है. प्रशासन ने कहा कि फाइनल रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
आमतौर पर इसमें सोयाबीन तेल, वनस्पति घी, स्टार्च, डिटरजेंट, या सिंथेटिक रंग मिलाए जाते हैं, जिससे इसकी क्वालिटी और शुद्धता प्रभावित होती है.
मिलावटी घी की पहचान कैसे करें?
अगर आप असली और नकली घी में अंतर करना चाहते हैं, तो ये आसान तरीके अपनाएं
हथेली पर घी मलकर देखें
शुद्ध घी हथेली पर लगाने पर कुछ ही मिनटों में पिघल जाता है. नकली घी में अगर वनस्पति घी या डालडा मिला हो तो यह जल्दी नहीं पिघलेगा
आग की जांच
शुद्ध घी में रुई की बत्ती डुबोकर जलाएं, अगर हल्की पीली लौ निकले तो घी शुद्ध है.
लाल या धुएं वाली लौ आए तो मिलावट हो सकती है.
आयोडीन टेस्ट
घी में आयोडीन मिलाने पर रंग बदलता है तो इसमें स्टार्च मिलाया गया हो सकता है.
गर्म करने पर खुशबू
असली देसी घी को गर्म करने पर उसमें मिट्टी जैसी सौंधी खुशबू आती है, जबकि नकली घी से अजीब सी गंध आती है.