सुपौल में 423 सरकारी प्रधान पर गिर है सकती गाज, डीईओ ने दी अंतिम चेतावनी

सुपौल: विभागीय निर्देश के बाद भी बच्चों का नवाचार अपलोड नहीं करने वाले विज्ञान शिक्षक और विद्यालय प्रधान के प्रति डीईओ ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कार्यवाही की चेतावनी दी है. जिले के ऐसे सभी मध्य, उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि इंस्पायर अवार्ड मानक योजना 2025 के तहत प्रत्येक विद्यालय को 5-5 नवाचार, आइडिया निर्धारित तिथि 30 अगस्त तक अनिवार्य रूप से अपलोड करे अन्यथा कार्यवाही के लिए तैयार रहें.

दरअसल इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के लिए जिले के जिन 729 विद्यालयों का चयन किया गया है, उसमें से अब तक 306 विद्यालयों ने ही नवाचार अपलोड किया है. डीईओ ने चेतावनी दी है कि यदि शेष बचे 423 विद्यालयों द्वारा 30 अगस्त तक 5-5 आइडिया अपलोड नहीं किया जाता है तथा, डीबीटी 75 फीसद एवं ईको क्लब फार ग्रीन लाइफ से संबंधित कार्य पूरे नहीं किए जाते है तो संबंधित विद्यालयों के विज्ञान शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक के सात दिन के वेतन की कटौती की जाएगी.

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि प्रतिदिन बीईओ, बीईपी, डाइट समूह एवं विज्ञान शिक्षकों के समूह में विद्यालयवार प्रगति रिपोर्ट साझा की जा रही है. इसके बावजूद विद्यालयों द्वारा लापरवाही गंभीर मामला है. अब किसी भी स्थिति में देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. जानकारी हो कि शैक्षणिक सत्र 2025-26 में इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों के नवाचार का चयन कर पोर्टल पर अपलोड करने की प्रक्रिया जिले में अब भी पूरी नहीं हो पाई है.

स्थिति है कि अपलोड करने के लगभग दो माह बीत जाने के बाद भी प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है. डेढ महीने तक जिले के 729 विद्यालयों में से महज 266 विद्यालयों ने ही बच्चों के नवाचार पोर्टल पर अपलोड किया था, जबकि अब वह बढ़कर 306 पर पहुंच पाया है. इस लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह ने उस समय भी चेताया था. उन्होंने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी कर निर्देशित किया था कि वे शेष विद्यालयों से जल्द से जल्द नवाचार अपलोड करवाना सुनिश्चित करें.

अब कार्रवाई किए जाने की बात डीईओ स्तर से की गई है. पहली बार इंस्पायर अवार्ड में छठी से 12वीं तक के बच्चे शामिल होंगे. एक स्कूल बेहतर पांच नवाचार का चयन कर पोर्टल पर अपलोड करेंगे. कक्षा छह से 12वीं तक के सभी कक्षा से बच्चों को आइडिया देना है. बच्चों का भेजा आइडिया चयनित होने पर संबंधित बच्चे को उस आइडिया पर माडल बनाने के लिए 10 हजार की राशि दी जाएगी. बच्चे अपने आसपास की समस्याओं के समाधान को लेकर आइडिया देंगे और उसे नोट करेंगे. कामन आइडिया का चयन नहीं किया जाएगा. कार्रवाई की चेतावनी के बाद काम की प्रगति क्या रहती है यह देखना दिलचस्प होगा.

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