बिहार में लगाए जाएंगे 66 किस्म के 5 करोड़ पौधे… वृक्षारोपण का सबसे बड़ा अभियान

बिहार में हरित क्षेत्र को बढ़ावा देने और पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए सरकार ने 5 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर 5 जून से वृक्षारोपण अभियान शुरू होगा. इसकी तैयारी को लेकर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा ने सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिया है. इस अभियान के लिए बड़ी संख्या में कई प्रजातियों के पौधों को विभागीय पौधशाला, जीविका दीदी पौधशाला और किसान पौधशाला में तैयार किया गया है. ऐसी अधिकृत पौधशालाओं की संख्या 268 है.

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इस विशेष अभियान में काला शीशम, कनक चंपा, कटहल, खैर, क्रंज, कुसुम, महोगनी, महुआ, मालेश्वरी, मौलाश्री, नीम, पाकड़, पीपल, पुत्रजीव, सागवान, साल, सहजन, सेमल, शहतूत, शरीफा, शीशम समेत 66 किस्म के पौधे लगाए जाएंगे. इस वृक्षारोपण अभियान में विभाग के साथ-साथ जीविका दीदी, किसान, गैर सरकारी संगठन, अर्धसैनिक बल और स्कूल के छात्र-छात्राओं की भी सहभागिता होगी.

कहां, कितने और कौन से लगेंगे पौधे?

विभाग की तरफ से भागलपुर क्षेत्र में 1 करोड़, 30 लाख, 63 हजार, 600 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें बांका जिले में 20 लाख 57 हजार 900, अररिया में 13 लाख 87 हजार 400, जमुई में 16 लाख 37 हजार 800, पूर्णिया में 12 लाख 81 हजार 300, सुपौल में 12 लाख 79 हजार 600 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है.

गोपालगंज में 12 लाख 27 हजार, सीवान में 14 लाख 1970 पौधे लगाए जाएंगे. इसके साथ ही दरभंगा में 15 लाख 77 हजार, मधुबनी में 19 लाख 38 हजार, पूर्वी चंपारण में 20 लाख 17 हजार, तिरहुत में 19 लाख 84 हजार, समस्तीपुर में 16 लाख 86 हजार, सारण में 16 लाख 20 हजार, वैशाली में 15 लाख 15 हजार, औरंगाबाद में 15 लाख 50 हजार, गया में 22 लाख 11 हजार, नालंदा में 11 लाख 31 हजार, नवादा में 12 लाख 93 हजार, पटना में 13 लाख 89 हजार, वीटीआर क्षेत्र में ढाई लाख से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है.

बेतिया में 16 लाख 16 हजार, रोहतास में 17 लाख 6 हजार, मुंगेर में 15 लाख 69 हजार पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

अपर मुख्य सचिव ने सभी डीएम को लिखा पत्र

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा की तरफ से दिए गये निर्देश के मुताबिक डीएम वन प्रमंडल पदाधिकारी और अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारियों के साथ पौधरोपण अभियान और कार्य योजना की समीक्षा करें. साथ ही सभी स्टेक होल्डर सरकारी और गैर सरकारी विभाग के साथ समन्वय बैठक नियमित रूप से की जाए ताकि 15 जून तक सभी जिलों में वृक्षारोपण की कार्य योजना तैयार हो जाए ताकि ये स्पष्ट हो सके कि कितने पौधे किस स्थल पर लगाए जाएंगे. साथ ही ये भी चिह्नित हो कि पौधे किस पौधशाला से उपलब्ध होंगे.

इसके साथ ही ये भी निर्देश दिया गया है कि सभी पौधशालाओं में पौधरोपण योग्य प्रजातिवार 3 फीट से बड़े पौधे ही लगाए जाएंगे. पौधा आपूर्ति के लिए पौधरोपण स्थलों की संबंधित पौधशाला से टैगिंग भी होगी.

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