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UP: कंपोजिट स्कूल में करंट लगने से 5 साल की बच्ची की मौत, प्रिंसिपल समेत पूरा स्टाफ सस्पेंड

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में एक स्कूल में करंट की चपेट में आने से पांच साल की मासूम की मौत हो गई. इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्कूल के प्रिंसिपल, टीचर और शिक्षामित्र समेत छह कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही खंड शिक्षाधिकारी रेवतीपुर को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है.

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बीएसए हेमंत राव ने बताया कि रेवतीपुर ब्लॉक के उजराडीह कंपोजिट स्कूल में 5 साल की मासूम बच्ची की करंट लगने से मौत हो गई थी. उसी लापरवाही को देखते हुए स्कूल के सभी शैक्षणिक स्टाफ पर कार्रवाई की गई है. सभी स्टाफ को सस्पेंड कर दिया गया है और रेवतीपुर खंड शिक्षा अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और स्पष्टीकरण भी मांगा गया है.

स्कूल का पूरा स्टाफ सस्पेंड

उन्होंने बताया कि सस्पेंड चार शिक्षकों में प्रिंसिपल शेषनाथ सिंह, सहायक अध्यापक विनोद सिंह, सहायक अध्यापक शैलेन्द्र राम, सहायक अध्यापक सुधीर कुमार सिंह के अलावा 2 शिक्षामित्र में शिवशंकर राय और शीला कुशवाहा समेत छह लोग सस्पेंड किए गए हैं. साथ ही इन सभी का मानदेय बाधित कर दिया गया है. उन्होंने ये भी बताया कि मासूम रागिनी अपने किसी परिचित के साथ स्कूल आई थी और ये हादसा हुआ है. स्कूल के पूरे स्टाफ के खिलाफ लापरवाही बरतने का दोषी पाते हुए संस्पेंड कर दिया गया है और विभागीय जांच बैठा दी गई है. जांच में दोषी पाए गए तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.

स्कूल में नाम लिखवाने गई थी बच्ची

बता दें कि नगसर हाल्ट थाना इलाके के भरवलियां के रहने वाले भोला राजभर की बेटी रागिनी शनिवार को अपने परिजन के साथ स्कूल में नाम लिखवाने के लिए गई हुई थी. प्यास लगने पर रागिनी हैंडपम्प के पास पानी पीने पहुंची, जहां करंट की चपेट में आने से अचेत होकर गिर पडी और उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद मृतका की मां उषा देवी समेत परिजनों में कोहराम मच गया. घटना के तुरंत बाद स्कूल पहुंचे मासूम के परिजन और टीचर्स उसे एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने देखते ही उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले में पहले पुलिस केस दर्ज किया गया था. हालांकि कुछ देर बाद ही शिक्षा विभाग के अधिकारी और गांव के लोगों के बीच समझौता हो गया. मृतक के पिता ने बताया कि उसके तीन बेटे और एक बेटी थी, जिसमें से रागिनी दूसरे नंबर की थी.

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